राजेंद्र चिंतन समिति ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती पर श्रद्धांजलि समारोह का किया आयोजन
डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती के अवसर पर एक विशेष समारोह राजेंद्र चिंतन समिति और नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) द्वारा संयुक्त रूप से संसद भवन के पास स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा स्थल पर आयोजित किया। इस अवसर पर विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके महान योगदान और सादगीपूर्ण जीवन को याद किया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख हस्तियों में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद-एक्टर रवि किशन, दिल्ली के पूर्व मंत्री श्री सोमनाथ भारती और एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल शामिल हुए। इस मौके पर शिवकुमार बिलग्रामी (गीतकार एवं शायर)
सुरेश कुमार भंडारी (पूर्व आई ए एस; समाजसेवी)
डॉ दर्शनी प्रिय (लेखिका एवं समाजसेवी)
राजेंद्र सिंह यादव (समाजसेवी)
कोडल चन्नप्पा (संपादक देशहित)
हैदर अली अशरफी ( पत्रकार )को स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित भी कियाहरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीवन सत्य, समर्पण और कर्तव्यपरायणता का प्रेरणास्रोत है। उनके नेतृत्व ने भारत को न केवल संविधान दिया, बल्कि एक मजबूत लोकतांत्रिक नींव भी प्रदान की। उनके विचार आज भी हमारे देश को नई दिशा देने में सहायक हैं।”सांसद-एक्टर रवि किशन ने कहा, “देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी की जयंती पर श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं। उनका त्याग, निष्ठा और देशसेवा हमें हर दिन बेहतर भारत निर्माण की प्रेरणा देते हैं।” दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और राजेंद्र चिंतन समिति के अध्यक्ष डॉ. योगानंद शास्त्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय संस्कृति और मूल्य प्रणाली के प्रतीक थे। उनका जीवन हमें सिखाता है कि कैसे सादगी और अनुशासन के साथ बड़ा कार्य किया जा सकता है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे व्यक्तित्व भारत के इतिहास में दुर्लभ हैं। उनका जीवन हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।”राजेंद्र चिंतन समिति के उपाध्यक्ष विजयशंकर चतुर्वेदी ने कहा, “डा. राजेन्द्र प्रसाद ने स्वतंत्रता संग्राम के दिनों से देश सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया और आजीवन निष्ठापूर्वक उस मार्ग पर चलते रहे। आज हम उनके दिखाये गये रास्ते पर चलकर उनको सच्ची श्रद्धांजली अर्पित कर सकते हैं।” दिल्ली के पूर्व मंत्री श्री सोमनाथ भारती ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अपने जीवन से यह सिखाया कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी कर्तव्य पथ पर डटे रहना चाहिए।” कार्यक्रम में एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद के आदर्श और मूल्य हमें प्रेरित करते हैं कि हम देशहित में अपनी भूमिका निभाएं। एनडीएमसी गर्वित है कि इस आयोजन का हिस्सा बन सकी।” रिटायर्ड आईएएस सुरेश कुमार भंडारी ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर मैं उनके अद्भुत नेतृत्व, सादगी और सेवा भावना को नमन करता हूँ। उनका जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा है। हमें उनके आदर्शों पर चलकर भारत को सशक्त बनाना चाहिए।” इस कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले पत्रकार हैदर अली अशरफी ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद को नमन करते हुए कहा, “उनके आदर्श, सादगी और नेतृत्व हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”समारोह में विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने भी भाग लिया। उपस्थित जनसमुदाय ने राष्ट्र के प्रति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया। राजेंद्र चिंतन समिति और नई दिल्ली नगर परिषद ने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस समारोह ने देशवासियों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का एक विशेष अवसर प्रदान किया। इस मौके पर राजेंद्र चिंतन समिति के संयोजक पंकज शर्मा, मोनिका शर्मा और श्रीमति देवयानी ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।