पिस्टल वाली का खौफ: ग्रेनो में दर-बदर भटक रहा पूरा परिवार, आरुषि खान से बदलकर रखा ये नाम, अब कर रही घिनौना काम

Share

पिस्टल वाली का खौफ: ग्रेनो में दर-बदर भटक रहा पूरा परिवार, आरुषि खान से बदलकर रखा ये नाम, अब कर रही घिनौना काम

यूपीएससी की तैयारी कर रही जहांगीरपुर निवासी छात्रा भारती और उसका परिवार महिला की पिस्टल और धमकी के डर से खानाबदोश जीवन बिताने को विवश है। पीड़िता के मुताबिक है कि बांग्लादेशी महिला उसकी चाची बन चुकी है। उसने दूसरी चाची के साथ मिलकर छात्रा के परिवार को बेघर कर दिया है। छात्रा और उसके परिवार के गुजरात जाने के दौरान उनके पैतृक मकान पर कब्जा कर सामान बेच दिया। इसके चलते पीड़ित परिवार पार्कों में रहकर गुजारा कर रहा है। कई बार शिकायत करने पर जेवर कोतवाली पुलिस ने मामले में छात्रा की दोनों चाची के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की है। भारती ने बताया कि वह बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है और यूपीएससी की तैयारी कर रही है। उनके पिता तीन साल पहले रोजगार की तलाश में परिवार के साथ गुजरात चले गए थे। तीन साल बाद वह 21 सितंबर को वापस अपने घर लौटे तो उन्हें पता चला कि उनके हिस्से के मकान पर चाची अन्नू और दूसरी चाची सीमा ने कब्जा कर लिया है। पीड़िता का कहना है कि बांग्लादेश की रहने वाली अन्नू पिस्टल दिखाकर उन्हें धमकी दी और घर में घुसने नहीं दिया। इसके चलते भारती, उसके पिता, मां और भाई अपने घर में कब्जा पाने और आरोपियों पर कार्रवाई के लिए भटक रहे हैं। भारती ने दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा है कि अन्नू अनैतिक कार्यों में लिप्त है। इसके चलते आपराधिक गतिविधियों वाले लोगों से उसकी पहचान है। इससे डर बना हुआ है। पीड़ित परिवार आर्थिक संकट झेल रहा है। इसके कारण किराये घर भी नहीं ले पाया है और इधर-उधर भटककर पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहा है। आरुषि खान से बदल अन्नू रखा नामभारती और उसके भाई शिवम का आरोप है कि उसकी चाची का असली नाम आरुषि खान है। उसने बदलकर अपना नाम अन्नू रख लिया है। आरोप है कि उसने अवैध तरीके से आधार कार्ड बनवा लिए हैं। आरोपी के पिस्टल के साथ फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि अन्नू अवैध हथियार रखती है। डीसीपी दफ्तर से लेकर पार्क में गुजार रहे दिन भारती ने बताया कि घर में नहीं घुसने देने के कारण वह अलग-अलग स्थानों पर दिन-रात गुजार रहे हैं। उन्होंने नॉलेज पार्क स्थित डीसीपी दफ्तर के पास, बरात घर समेत अन्य स्थानों पर दिन काटे। फिलहाल वह कासना औद्योगिक क्षेत्र के एक पार्क में दिन रात गुजार रहे हैं। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अभी पीड़ित परिवार को उनके घर में घुसने नहीं दिया गया है। दो परिवारों में संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। छात्रा की शिकायत के आधार पर केस दर्ज क

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *