नोएडा एयरपोर्ट: तीन माह में शुरू होगा टर्मिनल के इंटीरियर का कार्य, अगले साल सितंबर में रनवे होगा पूरा
दिल्ली-एनसीआर
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य जोरों पर है। 1334 हेक्टेयर में बनाए जा रहे एयरपोर्ट के पहले चरण में 3900 मीटर लंबा रनवे तैयार किया जा रहा है। रनवे के लिए छह से अधिक लेयर डाली जा चुकी हैं। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एसीसी) टावर की इमारत दो सप्ताह में पूरी हो जाएगी। लगभग 30 मीटर ऊंचे टावर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसके अलावा मुख्य टर्मिनल की इमारत तीन माह में तैयार हो जाएगी। वर्तमान में स्टील ढांचे पर कार्य किया जा रहा है। तीन माह बाद मुख्य टर्मिनल के इंटीरियर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य जोरों पर है। 1334 हेक्टेयर में बनाए जा रहे एयरपोर्ट के पहले चरण में 3900 मीटर लंबा रनवे तैयार किया जा रहा है। रनवे के लिए छह से अधिक लेयर डाली जा चुकी हैं। इसमें विशेष की कोटिंग की गई है, जिससे इसमें नीचे से पानी नहीं आ सके। पूरी तरह से वाटर प्रूफ बनाया गया है। रनवे की पूरी लंबाई के साथ सबग्रेड कार्य प्रगति पर है। रनवे के साथ यह एयरपोर्ट अगले वर्ष सितंबर में शुरू हो जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी को हवाई अड्डा सौंप दिया जाएगा। जिसके बाद ट्रायल रन शुरू होने की उम्मीद है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्लेनमैन एवं सीओओ किरण जैन ने बताया कि 30 मीटर ऊंचे एटीसी टावर की इमारत लगभग तैयार है। अगले दो हफ्ते में इसका कार्य पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट के इसी टावर से एयर ट्रैफिक नियंत्रित किया जाएगा। इसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपा जाएगा। अथॉरिटी इसमें तकनीकी उपकरण लगाएगी, इन उपकरणों के लिए ऑर्डर दिए जा चुके हैं।80 एकड़ में मल्टी मॉडल कार्गो हबपरिसर के 80 एकड़ में मल्टी मॉडल कार्गो हब विकसित किया जाएगा। यहां दो लाख टन माल हर साल विदेशों में आ-जा सकेगा। यह क्षमता 20 लाख टन सालाना तक की जा सकेगी। राम से बैठिए बनारस की तर्ज पर बने टर्मिनल के बाहरी परिसर में टर्मिनल की इमारत के बाहर कुछ बनारस के अस्सी घाट की सीढि़यों जैसा नजारा होगा। इस पर प्रदेश संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली की इमारतों की नक्काशी और कारीगरी का नमूना मिलेगा। तीन महीने में इंटीरियर का काम शुरू होगा।पहले चरण में सालाना 2 करोड़ यात्री भरेंगे उड़ान अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को चार चरणों में तैयार किया जाएगा। प्रथम चरण में एक हवाई पट्टी से करीब 2 करोड़ लोग प्रति वर्ष यात्रा कर सकेंगे। दूसरे चरण में इसे बढ़ाकर 3 करोड़ यात्री प्रति वर्ष किया जा सकेगा। तीसरे चरण में हवाई पट्टी की संख्या में इजाफा कर इसे 5 करोड़ यात्री प्रति वर्ष और चौथे चरण में तीसरी हवाई पट्टी बनाकर इसे 7 करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जा सकता है। यहां पर यात्री क्षमता बढ़ने पर इसका विस्तार किया जाएगा।
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