जन कल्याणकारी योजनाओं से अंत्योदय व्यक्तियों को भी किया जा रहा संतृप्त: सांसद
भदोही। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी विजन के अनुसार भारत को 2047 से पहले विकसित भारत बनाने के क्रम में 15 नवम्बर को देशव्यापी जनभागीदारी कार्यक्रम ‘‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया था। जिसकी कड़ी में प्रतिदिन विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाली जा रही है। शनिवार को भदोही विकास खंड के उमरी व रघुनाथपुर में संचालित एलईडी वैन द्वारा, समस्त ग्राम पंचायत सचिवालय, समस्त शासकीय कार्यालयों में प्रधानमंत्री के संबोधन का लाइव प्रसारण कर विकसित भारत संकल्प यात्रा के प्रासंगिकता व उपयोग को सफल बनाया गया। इस अवसर पर विकास खंड भदोही के ग्राम पंचायत उमरी के सांसद डॉ.रमेश चंद बिंद की अध्यक्षता व परियोजना निदेशक, उपयुक्त मनरेगा राजाराम, भाजपा उपाध्यक्ष सुनील मिश्र एवं खंड विकास अधिकारी भदोही विनोद कुमार की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सांसद ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के अन्तर्गत जनपद के समस्त 546 ग्राम पंचातयों में जाने वाली एलईडी वैन ‘‘मोदी की गारंटी गाड़ी है।’ जहां विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से भदोहीवासियों को लाभान्वित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की जन कल्याणकारी योजनाओं से भदोही के अंत्योदय व्यक्तियों को भी लाभ से संतृप्त किया जा रहा है। विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे भारत में एक परिवर्तनकारी आंदोलन जड़ें जमा रहा है। विकसित भारत संकल्प यात्रा, आशा का एक जीवंत कारवां, सभी भारतीयों के दरवाजे पर सशक्तिकरण और उज्जवल भविष्य का वादा लेकर आ रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई। विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करना और योजनाओं की 100 प्रतिशत संतृप्ति सुनिश्चित करने के लिए “जनभागीदारी की भावना में उनकी भागीदारी की तलाश करना है। यह भारत सरकार की अब तक की सबसे बड़ी आउटरीच पहल है और 25 जनवरी 2024 तक देश भर में 2.60 लाख ग्राम पंचायतों और 4000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों को कवर करेगी। जिलाधिकारी गौरांग राठी व मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमारसिंह के मागदर्शन व पर्यवेक्षण में ग्राम पंचायत सचिवालयों, शासकीय कार्यालयों, भाजपा संगठन, आदि संस्थानों में प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनकर उनके विचारों को आत्मसात किया गया।