महिला सशक्तिकरण गोष्ठी में महिलाओं को उनके अधिकार की दी गई जानकारी
सोनभद्र। जिला कारागार सोनभद्र में शुक्रवार को विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा दिए गए मार्ग दर्शन के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकार, उनके लिए सरकार के द्वारा दी जा रही सुविधाओ एवं योजनाओं, स्त्री रोग एवं मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना था। साथ में सोनभद्र कारागार द्वारा बंदियों के पुनर्वास एवं सुधार की दिशा में एक *नई उपलब्धि* भी हासिल की गई। राज्यपाल द्वारा अन्य जेलों पर *मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना* के अंतर्गत बंदियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए थे। इसी अनुक्रम में सोनभद्र जिला जेल ऐसी पहली जेल बनी जहाँ वर्तमान में निरुद्ध बंदियों के 6 बच्चो को लाभान्वित किया जा रहा। *मिशन वात्सल्य* के अंतर्गत आने वाले बाल सेवा योजना में अगर किसी बच्चे के मां या पिता या फिर दोनो जेल में निरुद्ध है एवं उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है तो ऐसे बच्चे इस योजना के अंतर्गत 4000 रू प्रति माह के लिए पात्र होंगे। कारागार प्रशासन की इस पहल पर गोष्ठी में आए समस्त न्यायधीशों एवं अधिकारीगणों ने सराहना की। गोष्ठी में मुख्य अतिथि प्रभारी जनपद न्यायाधीश अमीतवीर सिंह, प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण परितोष श्रेष्ठ, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अचल प्रताप सिंह, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता सिंह, सिविल जज जूनियर डिवीजन दीक्षी चौधरी, ओआर डब्लू से शेषमणि दुबे के साथ अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।