जीवन के विविध रंग का त्यौहार है होली।
इंसान का इंसान से , बस प्यार है होली।
भारत विकास परिषद का होली रंगारंग कार्यक्रम।
डिबाई/बुलंदशहर/रंग उमंग और तरंग की मस्ती को अपने दामन में थामे बसंती पर्व होली उत्तर भारत और विशेषकर ब्रज क्षेत्र का सबसे अनूठा पर्व है। जगह जगह आयोजित होली कार्यक्रमों की श्रृंखला में भारत विकास परिषद की डिबाई शाखा द्वारा परिवार मिलन और होली कार्यक्रम का आयोजन रेलवे रोड़ स्थित गोमती धाम में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भाविप के अध्यक्ष गिरीश कुमार गुप्ता, सचिव इं.सोमवीर सिंह लोधी, कोषाध्यक्ष वी.के. राय और महिला संयोजिका रेनू जैसवाल द्वारा भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन और पुष्प अर्पण कर वंदे मातरम गायन के साथ किया। कैलाश पंवार पूर्व प्रधानाचार्य ने जहाँ भारतीय संस्कृति में पर्वों के महत्व पर प्रकाश डाला वहीं मिथलेश लोधी ने अपनी कविता के माध्यम से श्रोताओं का मनोरंजन किया। इस अवसर पर परिषद परिवार के बालक बालिका सक्षम राय, सृष्टि सिंह, अपर्णा राय, रेयांश गुप्ता श्रेयांश गुप्ता, दृष्टि गुप्ता और श्रेया गुप्ता ने नृत्य और गायन में पुरस्कार प्राप्त किया। डॉ सुधा आर्य, साधना राठी, गुंजन गुप्ता, शालिनी राठी, अर्चना पवार, मुकेश रानी, रजनी गुप्ता, डॉ आकृति माहेश्वरी, निर्मल नरेश ने सामूहिक रूप से ब्रज के चिरपरिचित संगीत की छटा बिखेरते हुये रसिया प्रस्तुत किया *”मेरो खुल गयौ बाजूबंद रसिया होरी में” डॉ नरेंद्र कुमार आर्य ने “भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुरानी में” कविता प्रस्तुत की तो अनुभव गुप्ता और शिखा गुप्ता ने “जोगी जी वाह जोगी जी” कोरस होली गीत की प्रस्तुति नृत्य व गायन के साथ की जिसमें उनके सहयोगी भुवनेश मथुरिया, सत्य कुमार सर्राफ, संजय जैसवाल, संजीव माहेश्वरी, कुमकुम गुप्ता, सोनल जिंदल, जलधारा सिंह, विचित्रा देवी आदि रहे। डॉ अभिषेक माहेश्वरी ने शरीर पर रंगों के प्रभाव के बारे में बताया तो एम पी सिंह प्रधानाचार्य ने बसंत ऋतु में धरा की नैसर्गिक सुंदरता पर प्रकाश डाला। होली मिलन कार्यक्रम का संचालन कर रहे पी.पी. सिंह ने कहा- ‘जीवन के विविध रंग का त्यौहार है होली। इंसान का इंसान से , बस प्यार है होली।” कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में सूरज पाल सिंह भट्टे वाले, दिनेश शर्मा, प्रतीक अग्रवाल, रचित कटारिया, बी.पी.राजपूत प्रधानाचार्य, संजीव अग्रवाल, अजय शर्मा बैटरी वाले, अनिल कुमार सिंह आदि की उपस्थिति दर्ज की गई। कार्यक्रम का आतिथ्य संजीव राठी, पी.पी.सिंह, विजय कुमार राय और डॉ नरेन्द्र कुमार आर्य ने संयुक्त रूप से किया।