आर्थिक रूप से कमजोर बन्दियों को प्रदान की गयी निशुल्क विधिक सहायता – अपर जिला जज
हापुड़
छाया शर्मा अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सोनार्ली रत्ना, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हापुड़ द्वारा संयुक्त रूप से जिला कारागार डासना, गाजियाबाद का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला कारागर डासना गाजियाबाद में हापुड़ के कुल 945 अभियुक्त रखे गये हैं। निरीक्षण के दौरान जेलर के.के. दीक्षित, डिप्टी जेलर ब्रिजेश सिंह व डिप्टी जेलर विजय गौतम उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान पूरुष बन्दियों से पूछताछ की गयी, जिसमें बन्दी सलमान उर्फ सत्तू द्वारा बताया गया कि उसकी जमानत पूर्व में स्वीकार हो चुकी है। बन्दी बहुत गरीब है, इसलिये वह जमानती दाखिल करने में असमर्थ है। राधे व अनस द्वारा बताया गया कि उनकी बेल माननीय उच्च न्यायालय में पेंडिंग है। इसी दौरान महिला बैरक का भी निरीक्षण किया गया, महिला बैरक पुरूष बैरक से अलग है। महिला बन्दियों से पूछताछ की गयी, जिसमें बन्दी रेशमा द्वारा बताया गया कि उसकी जमानत स्वीकार हो चुकी है। वह बहुत गरीब है, वह जमानती दाखिल करने में असमर्थ है। निरीक्षण के दौरान महिला बन्दियों के साथ 4 बच्चो पाये गये। इसी दौरान कारागार चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया गया, पूछने पर जेलर द्वारा बताया गया, जिला चिकित्सालय में अभी हापुड़ का कोई बन्दी (मरीज) नहीं है। इसी दौरान कम्प्यूटर लैप, सिलाई क्लास आदि का भी निरीक्षण किया गया। जेल अधीक्षक, जिला कारागार, गाजियाबाद द्वारा बताया गया कि इच्छुक बंदियों को कम्प्यूटर आदि की क्लास दी जाती है। निरीक्षण के दौरान श्रीमती छाया शर्मा द्वारा बताया गया कि जेल में निरुद्ध ऐसे बंदी जो आर्थिक रुप से कमजोर है और पैरवी करने हेतु निःशुल्क अधिवक्ता की आवश्यकता है एवं समयपूर्व रिहाई हेतु पात्र बन्दियों एवं ऐसे बन्दी जोकि आर्थिक रुप से कमजोर है एवं जमानत दाखिल करने में असमर्थ है, वे कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हापुड़ में अपना प्रार्थना पत्र प्रेषित कर सकते है, जिससे कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित हो सकें। जिला कारागार में निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था उचित पायी गयी। पाकशाला का निरीक्षण किया गया तथा बन्दियों से खान-पान के संबंध में पूंछे जाने पर बन्दियों द्वारा संतोषजनक उत्तर दिया गया। निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हापुड़ की ओर से पराविधिक स्वंयसेवक रितेश भाटी व पियूष त्यागी उपस्थित रहे।