श्रीराम कथा में त्रितीय दिवस शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुन हर्षित हुए भक्त
ढोल नगाड़े संग पहुंची शिव की बारात तो हर हर महादेव के जयघोष से गुंजायमान हो उठा पंडाल
चोपन। नगर पंचायत चोपन के प्रितनगर गड़ईडीह में चल रही सप्तदिवसिय संगीतमय श्रीराम कथा में सोमवार को कथावाचक श्री दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। प्रसंग सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए। इस दौरान शिव-पार्वती विवाह की मनमोहक झांकी भी सजाई गई। कथा व्यास ने कहा कि, पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया। इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं। बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। कहा कि माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं। एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया। कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत-पिशाचों के साथ बरात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए, लेकिन माता पार्वती ने खुशी से भोलेनाथ को पति के रूप में स्वीकार कर लिया। विवाह प्रसंग के दौरान शिव-पार्वती की झांकी पर श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसाए। शिव-पार्वती विवाह में श्रद्धालु झूमकर विवाह गीत गाने लगे।कार्यक्रम का संचालन मनोज चौबे ने किया। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह, आयोजक अध्यक्ष कमल किशोर सिंह, जुगैल जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि संजीव त्रिपाठी, प्रदीप अग्रवाल, भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री गुड़िया त्रिपाठी, अधिवक्ता प्रिया सोनकर, बबलू सोनी, श्यामसुंदर मिश्रा, दीनदयाल सिंह, अजय यादव, अनिल यादव, लालजी मिश्रा, अरविंद उपाध्याय, जयशंकर पाण्डेय, सुशील सिंह, दिलीप गुप्ता, रामपरिखा विश्वकर्मा, अमित सिंह बढ़कू, विकास सिंह छोटकू, यजमान के रूप में आर पी राम, एवं बारमती देवी आदि मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चोपन पुलिस मुस्तैद रही।