साइबर क्राइम टीम ने साइबर फ्राड से बचने के लिए किया जागरूक
भदोही। एसपी डॉ.मीनाक्षी कात्यायन द्वारा जनपद की साइबर टीम को जनपद के समस्त सार्वजनिक स्थानों व संस्थानों में साइबर जागरूकता अभियान के माध्यम से नागरिकों को जागरूक करने के लिए निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में बुधवार को जीवनदीप हॉस्पिटल एण्ड नर्सिंग केयर इंस्टीट्यूट में पैरामेडिकल स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं को साइबर जागरूकता अभियान के माध्यम से जागरुक किया गया। जिसमें लगभग 250-300 लोग मौजूद रहें। इस अवसर पर बताया कि साइबर वित्तीय धोखाधड़ी की सूचना तत्काल हेल्पलाइन नम्बर-1930 व112 पर दें। जिससे धनराशि खाते में होल्ड कराई जा सके। साइबर अपराध एनसीआरपी पोर्टल की वेबसाइट पर दर्ज करें। खाते में केवाईसी अपडेट कराने के लिए बैंको द्वारा कभी भी किसी से व्यक्तिगत जानकारी, ओटीपी,सीवीवी, पिन नम्बर नही मांगी जाती है। किसी अंजान व्यक्ति के कहने पर कोई भी ऐप डाउनलोड न करें। किसी भी वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह से जांच लें। बताया कि आनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनियों व सरकारी विभाग व कम्पनियों के कस्टमर केयर का नम्बर अधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें। अज्ञात व्यक्ति व अज्ञात मोबाइल नम्बर द्वारा भेजी गई लिंक को क्लिक न करें। किसी से पैसा प्राप्त करते समय अपनी यूपीआई आईडी व पासवर्ड न डालें, पैसा प्राप्त करते समय इसकी कोई आवश्यकता नही होती है। एटीएम से पैसा निकालते समय सावधानी बरतें, एटीएम कक्ष में किसी अन्य को प्रवेश न करने दें अथवा गार्ड वाले एटीएम को ही प्रयोग में लाएं। अपना एटीएम कार्ड किसी अंजान व्यक्ति के हाथ में न दें। फेसबुक व अन्य सोशल साइट पर साइबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिए किसी भी अंजान व्यक्ति को जोड़ने या मित्र बनाने से बचें। इस मौके पर प्रिंसिपल सुनीता दुबे, असिस्टेंट प्रोफेसर राजवेन्द्र सिंह, अंजली शुक्ला, रचना सिंह, नर्सिंग ट्यूटर अनम फातिमा, अखिलेश, संदीप, नीलू एवं साइबर क्राइम टीम से प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार राय, निरीक्षक सेतान्शु शेखर पंकज, उपनिरीक्षक अरविन्द यादव, हेड कांस्टेबल राधेश्याम कुशवाहा, कांस्टेबल अभिषेक शुक्ला, महिला कांस्टेबल शालिनी सिंह, महिला कांस्टेबल बेबी यादव आदि मौजूद रहें।