दो भवनों के बीच रस्सी का पुल बनाकर निकाले लोग
लोनी। चार मंजिला चार इमारतों में आग फैल जाने के बाद बचाव कार्य बेहद मुश्किल भरा रहा। धुएं के बीच फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए जो रास्ते थे, सभी आग की लपटों से घिर चुके थे। ऐसे में दमकल और पुलिसकर्मियों ने दो भवनों के बीच रस्सी का पुल बनाया। इसके सहारे लोगों को निकाला गया। इसके बाद एक इमारत के पीछे की तरफ सीढ़ी लगाई गई। बचाव कार्य में लगे कर्मचारी अपने कंधों पर लोगों को रखकर सीढ़ी से उतरे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि फंसी छह महिलाएं और तीन पुरुषों को सीढ़ी की मदद से रेस्क्यू किया गया। इन सभी की उम्र 40 वर्ष से ऊपर है। थाना प्रभारी ललित सिंह ने पुलिसकर्मियों के साथ सीढ़ी से करीब 15 लोगों को बाहर निकाला। इनके अलावा जो लोग फंसे हुए थे वो छत पर पहुंच गए थे। वहां लोगों ने महिलाएं और बच्चों को सीढ़ी पर चढ़ाकर बराबर की बिल्डिंग में पहुंचाया। फ्लैट में रहने वाली शिवानी पांडेय ने बताया कि धुएं से उनका दम घुटने लगा तो वह उठकर बाहर निकलीं। फ्लैट का दरवाजा खोलते ही धुएं के गुबार की वजह से कुछ नहीं दिख रहा था। सिर्फ लोगाें की चीखें सुनाई दे रही थीं। उन्होंने करीब नौ फ्लैट के लोगों को नींद से जगाया। उनके साथ सचिन, घनश्याम और दिलशाद ने भी महिलाओं को फ्लैट से बाहर निकालकर ऊपर फ्लैट तक पहुंचाया। लोकेश ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली थी कि लोग घबरा गए थे। फ्लैट में सो रहे बच्चे और महिलाओं को पीठ पर लादकर किसी तरह ऊपर छत पर पहुंचे थे। वहीं, एक महिला ने आग लगने के दौरान बालकनी से अपने बच्चे को बचाने के लिए रोते हुए मदद मांगी। तब बराबर की चौकी से पुलिसकर्मी दौड़े पहुंचे। महिला ने छोटे बच्चे को बचाने के लिए जैसे ही ऊपर से नीचे फैंका, नीचे खड़े पुलिसकर्मियों ने उसे गोद में पकड़ लिया। इसके बाद सीढ़ी से महिला और अन्य लोगों को बाहर निकाला।