फिर हुई बेपटरी बसस्टैंड की व्यवस्था
दो दिन पहले टीआई ने हटवाया था अतिक्रमण।
नपा को सुविधा शुल्क देना बंद कर सकते है बस संचालक।
वारासिवनी। बीती 10 अप्रैल को स्थानीय पुलिस ने टीआई के नेतृत्व में बस स्टैंड में अतिक्रमणरोधी कार्यवाही कर सड़क पर बैठकर फुटकर दुकानें चलाने वाले एक दर्जन से अधिक दुकानों पर बेदखली की कार्यवाही कर उन्हें सड़क पर दुकानें ना लगाने की हिदायत दी थी, लेकिन पुलिस की हिदायत को 24 घण्टे भी नही बीते कि दुकानदारों ने पुलिस के आदेश को हवा में उड़ा दिया और शान से सड़क पर ही दुकानें लगाना प्रारंभ कर दिया। जिससे एक बार फिर बस स्टैंड की व्यवस्था 24 घण्टे के भीतर ही बेपटरी हो गई हैं। विदित हो कि बीते बुधवार को बस स्टैंड में सड़क पर दुकानें लगा कर फल बेचने वाली दो महिलाओं के बीच कैरेट को लेकर विवाद हो गया था जो बाद में मारपीट में तब्दील हो गया। इस घटना में एक महिला फल विक्रेता के गले से उसका मंगल सूत्र गायब हो गया था जिस पर उक्त महिला ने थाने में जाकर उसके साथ मारपीट किए जाने और मंगल सूत्र गायब होने की शिकायत पुलिस से की थी। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत करने वाली महिला सहित एक अन्य महिला और उसकी बेटी पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर स्टैंड परिसर में बेतरतीब तरीके से लगी सभी फुटकर दुकानों को सख्ती के साथ उठा दिया था और दुबारा दुकानें ना लगाने की सख्त हिदायत दी थी। वही आदेश ना मानने पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन टीआई विभेन्दु वेंकट टांडिया की यह चेतावनी महज गीदड़ भभकी ही साबित हुई और 24 घण्टे के भीतर ही फिर से इन फुटकर दुकानदारों द्वारा टीआई के फरमान को दरकिनार कर सड़क पर दुकानें लगाना प्रारंभ कर दिया हैं। जिससे फिर से यहाँ की यातायात व्यवस्था बिगड़ गई हैं। सड़क पर इन दुकानदारों द्वारा दुकानें लगा लेने के साथ ही कुल्फी एवँ फल्ली दाने बेचने वालों द्वारा बीच सड़क पर अपने ठेले खड़े करने से यहाँ की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई हैं। इनकी वजह से यात्री बसों को आने जाने एवँ स्टैंड में यात्रियों के लिए खड़े होने के लिए मुश्किलें आ रही हैं, जिसके लिए नपा द्वारा तैनात बसों से स्टैंड शुल्क वसूलने वालों से भी शिकायत कर व्यवस्था बहाल करने कई बार कहा गया लेकिन अब तक नपा से कोई सकारात्मक सहयोग नही मिला। जिसके बाद बस मालिकों ने अब नपा को दिया जाने वाला सुविधा शुल्क बंद करने का निर्णय ले लिया हैं। नपा प्रतिवर्ष बसस्टैंड से सुविधा शुल्क के नाम पर बसों से लाखों रूपयों की वसूली करती हैं लेकिन सुविधा के नाम पर आज तक कोई भी प्रयास नही किए गए हैं। विदित हो कि नपा क्षेत्र में किसी भी तरह के हुए अतिक्रमण को पुलिस के सहयोग से नपा को हटाने की जिम्मेदारी हैं लेकिन बुधवार 10 अप्रैल को वारासिवनी बसस्टैंड में बिल्कुल उल्टा हुआ पुलिस ने नपा के बिना सहयोग के आधे घण्टे के अंदर बसस्टैंड के अतिक्रमण को हटाकर बेतरतीब व्यवस्था को पटरी पर ला दिया उसके बाद भी नपा के जिम्मेदारों की गहरी नींद नही टूट पाई परिणामस्वरूप 24 घण्टे के अंदर ही यहाँ की व्यवस्था फिर बेपटरी हो गई बताया जाता हैं कि कोई अंदरूनी शक्ति हैं जो नपा को बसस्टैंड सहित शहर भर में फैले अतिक्रमण को हटाने से रोक रही हैं।