प्रयागराज में 27 अक्टूबर को होगा विश्व बौद्ध महासम्मेलन
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बौद्ध भिक्षु भन्ते सुमित रत्न थेरा ने दी इसकी जानकारी
भदोही। बौद्ध भिक्षु भन्ते सुमित रत्न थेरा बुद्धमय भारत मिशन (अंतर्राष्ट्रीय) के संयोजक ने बताया कि बौद्ध अंबेडकरवादी विचारधारा एवं समण परंपरा के संगठनों के साझा प्रयास से 27 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को प्रयागराज के अपोली बाग में विश्व बौद्ध महासम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें 18 देशों से लोग शामिल होने के लिए आ रहे हैं। उक्त बातें बौद्ध भिक्षु भन्ते सुमित रत्न थेरा मंगलवार को नगर के अजीमुल्लाह चौराहा पर स्थित समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष बाल विद्या विकास यादव के आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि होने वाले महासम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में आए। भगवान बौद्ध तो सबके है। भारत का हर व्यक्ति भगवान बौद्ध का सम्मान करता है। लोगों के घरों व आफिस में भगवान बौद्ध विराजमान हैं। बौद्ध समाज का संदेश दया, करुणा व भाईचारा तथा समतामूलक समाज की स्थापना करना है। बौद्ध भिक्षु भन्ते सुमित रत्न थेरा ने कहा कि महापुरुष कोई भी हो वें सभी के होते हैं। उनकी कोई जाति-धर्म नहीं होती और न ही उनको जाति-धर्म से जोड़कर देखा जाना चाहिए। अगर उनको जाति से जोड़कर देखेंगे तो समझिए कि उनके विचारों की हत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर राजनीतिक है और कोशिश की गई है कि इस कार्यक्रम में कम से कम राजनीतिक व्यक्तियों को बुलाया जाए। लेकिन जो भगवान बौद्ध में आस्था और विश्वास रखते हैं। उनको कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इस मौके पर बाल विद्या विकास यादव, सुनीता विकास यादव, अरुण कुमार मौर्य, हीरालाल मौर्य व जयराम मौर्य आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।