पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर से परेशान परिवार के इकलौते चिराग ने फांसी लागाकर की आत्म हत्या।
-सुसाइट नोट मे लिखा कि पढा़ई करते करते जिंदगी निकल गई। नौकरी न मिलने से था परेशान।
पहल टुड़े विनीत अवस्थी।
कन्नौज-नौकरी न मिलने से परेशान युवक ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। युवक के शव के पास से एक सुसाइट नोट भी मिला।जिसमे उसने लिखा कि “मेरी आधी उम्र पढ़ते पढ़ते निकल गई, अब मेरा मन भर गया है। युवक की मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोष्टमार्टम के लिए भेज दिया।आत्य हत्या से पहले युवक ने अपनी सारी डिग्री जलाकर नष्ट कर दिया।
युवक की मौत के बाद माता- पिता और बहन बचे है। परिजनो का कहना है कि बेटा ही हमारा आखिरी सहारा था। अभी वह पुलिस भर्ती का पेपर देकर आया था। और पेपर भी बहुत अच्छा हुआ कह रहा था। लेकिन जब से पेपर लीक होने की जानकारी मिली थी तब से वह बहुत परेशान रहता था। वो किसी से कोई बात नही करता था। और अकेले मे चुपचाप रहने लगा था।
कन्नौज की सदर कोतवाली क्षेत्र के भूड़पुर्वा गांव के निवासी लक्ष्मण पाल का इकलौता बेटा बृजेश पाल (28)ने हाल ही मे हुई पुलिस भर्ती परीक्षा मे शामिल हुआ था।मृतक बृजेश के पिता दिल्ली मे रहकर प्रायवेट नौकरी करते है।और उनके हिस्से मे एक एकड़ से भी कम जमीन है।बृजेश परिवार का इकलौता बेटा होने के कारण परिवार को बृजेश से बहुत उम्मीदें थी।बृजेश ने देर रात घर के अंदर बने कमरे मे फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली।शुक्रवार सुवह जब काफी देर तक बृजेश बाहर नही आया तो परिजनों ने कमरे मे झांक कर देखा तो बृजेश का शव फांशी पर लटका दिखाई दिया।शव देख कर परिवार मे कोहराम मच गया।परिजनो ने बताया कि बृजेश का पेपर बहुत अच्छा हुआ था।उसने बताया था कि लगभग 114 सबाल सही है।और इस बार उसका एग्जाम निकल जाएगा।लेकिन पेपर लीक हो जाने की खबर से बृजेश परेशान हो गया था।उसके दोस्तों ने बताया कि पेपर लीक होने की खबर से बृजेश परेशान हो गया था।और अपने दोस्तों से कहा कि मै अपने घर पर क्या बताऊंगा।बृजेश ने पुलिस भर्ती के लिए बहुत मेहनत की थी। मृतक बृजेश के पिता दिल्ली मे रहकर प्रायवेट नौकरी करते है।बृजेश परिवार का अकेला बेटा था।और उसकी दो बहिने है।जिसमे एक की शादी हो चुकी है और दूसरी बहिन की शादी होनी है।
मृतक बृजेश ने अपने सुसाइट नोट मे लिखा कि मेरे माता पिता मुझे मांफ कर देना, मै आपको धोखा देने जा रहा हूं। आज हमने अपनी मां के साथ खाना खाया है। और अब उनको ही धोखा देने जा रहा हूं। पापा का ख्याल रखना और कहना कि हमारा इतना ही साथ लिखा था। बहन संगीता की शादी अच्छे से करना, भले ही हम नही होंगे। हो सके तो हमें माफ कर देना। आज हमारा आखिरी दिन है। हमने अपनी सारी डिग्रियां जला दी है।क्या फायदा ऐसी डिग्रियों का जो एक भी नौकरी न दिला सके।।