भदोही। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय द्वारा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं उन्नति फाउंडेशन के सहयोग से चलाए जा रहे 30 दिवसीय संवाद एवं जीवन कौशल विकास कार्यक्रम का सोमवार को समापन हुआ। कार्यक्रम के समापन सत्र में प्राचार्य प्रोफेसर शाहिद परवेज ने संवाद एवं व्यक्तित्व विकास को सफलता प्राप्त करने की महत्वपूर्ण सीढी बताया। तकनीकी दक्षता, संवाद कौशल और भाषाई पकड़ की किसी भी उद्यम में जाने के लिए एवं नौकरी प्राप्त करने में महती भूमिका रहती है। उन्नति फाउंडेशन के प्रशिक्षक सौरभ पांडे ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत 40 छात्र-छात्राओं में अंग्रेजी और हिंदी भाषा में संवाद के साथ-साथ जीवन कौशल, गुणों को अभ्यास के माध्यम से परिष्कृत किया गया है। कार्यक्रम की संयोजिका और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ माया ने बताया कि महाविद्यालय में विद्यार्थियों को रोजगार उन्मुख करने के साथ ही रोजगार प्राप्त करने में आने वाली कठिनाइयों एवं चुनौतियों के निदान से परिचय कराया गया। महाविद्यालय द्वारा प्रतिमाह 40-40 विद्यार्थियों के बैच संवाद और जीवन कौशल संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दूसरे बैच के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और शीघ्र ही कक्षाएं प्रारंभ होंगी। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद डॉ राजकुमार सिंह यादव देते हुए विद्यार्थियों को 1 माह के प्रशिक्षण शिविर के दौरान प्राप्त हुए ज्ञान को मेहनत और अभ्यास से और अधिक परिष्कृत करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉ अनुराग सिंह, डॉ रुस्तम अली, डॉ भावना सिंह, डॉ अनीश कुमार मिश्र, आशीष जायसवाल आदि प्राध्यापक गण मौजूद रहे।