दो करोड़ की हेरोइन के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार
अजीत विक्रम
गाजीपुर। अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ (हेरोइन) की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह के ठेकेदार व हिस्ट्रीशीटर सहित तीन अभियुक्तो को पुलिस टीम ने एक किलो मादक पदार्थ हेरोइन के साथ गिरफ्तार करने में सफल रही है। बरामद हेरोइन की अन्तर्राष्ट्रीय कीमत दो करोड़ रूपये बतायी गयी है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत स्वाट/सर्विलांस टीम व कोतवाली सदर की संयुक्त पुलिस को यह कामयाबी हेतिमपुर मोड़ के पास गुरुवार सुबह समय करीब 09.10 बजे मिली। पुलिस टीम ने वहां से तीन अभियुक्तों को 01 किलो मादक पदार्थ हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया। बरामद हेरोइन की अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए बताई गई है। इसके साथ ही अभियुक्तों के कब्जे से चार पहिया वाहन स्कार्पियों संख्या यूपी 32 एलके 4587 तथा जामा तलाशी से 7500 रुपये नगद बरामद किया गया। गिऱफ्तार अभिय़ुक्तों में बजरंगी सिंह यादव पुत्र स्व. अंगद सिंह यादव निवासी बिराइच थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर उम्र करीब 34 वर्ष, महेन्द्र यादव पुत्र स्व. जगधारी यादव निवासी महुलिया थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर उम्र करीब 55 वर्ष तथा रामआशीष सिंह यादव पुत्र दुखन्ती यादव निवासी जगदीशपुर थाना जमानिया जनपद गाजीपुर उम्र करीब 30 वर्ष रहे।इ पूछताछ में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि हम लोग एक साल से हेरोइन तस्करी के धंधे में संलिप्त हैं। अधिक पैसा कमाने के लालच में हम लोग झारखण्ड के चतरा जाकर कम दाम पर हेरोइन को खरीदकर उसे बनारस व राजस्थान के कोटा आदि स्थानों पर ऊँचे दामों पर विक्रय कर मिलने वाले पैसों को आपस में बाँट लेते हैं। इस काम में मिले पैसे से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। गिऱफ्तार अभिय़ुक्तों में बजरंगी सिंह यादव पुत्र स्व. अंगद सिंह यादव निवासी बिराइच थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर उम्र करीब 34 वर्ष, महेन्द्र यादव पुत्र स्व. जगधारी यादव निवासी महुलिया थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर उम्र करीब 55 वर्ष तथा रामआशीष सिंह यादव पुत्र दुखन्ती यादव निवासी जगदीशपुर थाना जमानिया जनपद गाजीपुर उम्र करीब 30 वर्ष रहे।इ पूछताछ में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि हम लोग एक साल से हेरोइन तस्करी के धंधे में संलिप्त हैं। अधिक पैसा कमाने के लालच में हम लोग झारखण्ड के चतरा जाकर कम दाम पर हेरोइन को खरीदकर उसे बनारस व राजस्थान के कोटा आदि स्थानों पर ऊँचे दामों पर विक्रय कर मिलने वाले पैसों को आपस में बाँट लेते हैं। इस काम में मिले पैसे से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। हेरोइन की अवैध तस्करी करने वाले अभियुक्तों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय के सुपुर्द किया गया।