जनपद को जल्दी ही मिलेगी केन्द्रीय विद्यालय की सौगात – चंदन चौहान 

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जनपद को जल्दी ही मिलेगी केन्द्रीय विद्यालय की सौगात – चंदन चौहान
बिजनौर। नवनिर्वाचित सांसद चन्दन चौहान ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय की स्थापना मेरे लिए कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं है बल्कि भावनात्मक मुद्दा है। स्वागत कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए सांसद चंदन चौहान ने कहा कि जब उनके पिताजी बिजनौर लोकसभा के सांसद थे तो उन्होंने क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय बनवाने के लिए प्रयास किए। लेकिन किन्हीं कारणों से पिताजी की इच्छा पूरी नहीं हो सकी। ईश्वर के आशीर्वाद से इसी लोकसभा के सांसद बने हैं और केंद्रीय विद्यालय उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। अपनी ओर से हर संभव प्रयास करेंगे कि जल्द से जल्द केंद्रीय विद्यालय स्थापना हो, ताकि उनके दिवंगत पिता की इच्छा पूरी हो सके और यहां के लोगों द्वारा वर्षों से की जा रही इस मांग को पूरा किया जा सकें। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही बिजनौर में आवास लेंगे। और आवास पर उपलब्ध रहेंगे। उनका प्रयास रहेगा कि सप्ताह में तीन दिन बिजनौर में ही रहे और 3 दिन मुजफ्फरनगर में रहकर लोकसभा के कार्य देखें। उन्होंने चुनाव में जनसंपर्क के दौरान की कई बातों का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह लोगों के बीच में जाते थे तो कई लोग उनकी जेब में पर्चियां रख देते थे और जब वह उन पक्षियों को रात में पढ़ते थे तो उन पर लिखा होता था की वोट तो ले लो लेकिन जीतने के बाद आ जाया करना। उन्होंने इन पर्चियां को अपने हृदय से लगाया और संकल्प लिया था कि वह चुनाव जिताने के बाद जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा टाइम देंगे। चंदन चौहान ने कहा कि वह गांव गांव जाकर मतदाताओं का आभार व्यक्त करेंगे। इसलिए वह खुद ग्रामीणों के बीच जाएंगे तथा उनसे रूबरू होंगे। उन्होंने  कहा कि फैक्ट्री से निकलने वाले कैमिकल के कारण कई ग्रामिणों को कैंसर होने के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द इस तरह कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के कान बंद है जल्दी ही उनके कान खोलने का काम करेंगे, ताकि उन्हें जनता की समस्या सुनाई दे। उन्होंने जनपद की कई मांगों एवं समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लगातार जनता और कार्यकर्ता के संपर्क में रहकर प्राथमिकता के आधार पर मांगों को पूरा करते रहेंगे, उन्हें यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं मोदी के शुरु के 100 दिन के कार्यक्रम में कौन से कार्यो को प्राथमिकता दी जाती है उसके अनुरूप पूर्ण निष्ठा के साथ विकास कार्य किए जाएंगे।

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