नई टिहरी(आरएनएस)। गढ़वाल विवि श्रीनगर के छात्र छात्राओं ने सोमवार को सीमांत गांव गंगी का शैक्षिक भ्रमण कर जानकारी जुटाई। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने गांव में साफ-सफाई कर 5 कुंतल कूड़ा एकत्र किया।गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर भूगोल विभाग के 50 छात्र-छात्राएं के प्रो. एमएस पंवार और राकेश सैनी के निर्देशन में भिलंगना के सीमांत गांव गंगी पहुंचे। जहां छात्र-छात्राओं ने खतलिंग ग्लेशियर, जड़ीबूटी खेती के साथ गांव का सामाजिक-आर्थिक एवं पर्यावरणीय अध्ययन किया। ग्रामीणों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पहले खतलिंग ग्लेशियर ट्रैकर, साधु सन्यासी और घुमंतू लोग जाते थे, लेकिन यह पहली बार हुआ के गंगी जैसे सीमांत गांव में कॉलेज के छात्र-छात्राएं गांव पहुंचे। छात्र-छात्राओं ने गांव के प्रत्येक परिवार से वार्ता कर ग्रमीणों की मेहनत, परिश्रम के साथ उनकी विकट भौगोलिक परिस्थितियों में जीवन यापन करने से जुडी समस्याओं को जाना। प्रो. एमएस पंवार, डॉ. राकेश सैनी ने छात्रों को बताया कि, भूगोल के विद्यार्थियों को प्राकृतिक भू-दृश्यों के साथ गांव व समाज के दैनिक जीवन, पर्यावरण, वातावरण, कृषि आदि की जानकारी होनी अति आवश्यक है। साथ ही आम लोगों की आर्थिकी को कैसे बढ़ाया जाय और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को कैसे जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि, अन्य विश्व विद्यालयों, कॉलेजों, को भी हिमालयी क्षेत्रों के ऐसे सीमांत गांवो में छात्रों का भ्रमण करवाया जाना चाहिए, जिससे बच्चों को नजदीकी से हिमालयी क्षेत्रों से लगे गांवों की जानकारी मिल सके। छात्रों के दल ने ग्रामीणों द्वारा की जा रही जड़ीबूटी खेती के साथ गांव के प्रत्येक परिवार का सर्वेक्षण भी किया। गांव के लोगों को सफाई से रहने के साथ कूड़ा कचरा को साफ कर पॉलीथिनों का प्रयोग न करने के प्रति जागरुक किया। दल में डॉ. राकेश सैनी, डॉ. रंजन, डॉ. धीरज, डॉ. मुकेश नैथानी, भरत सिंह गुसाईं सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।