राज्यस्तरीय फ्लड मॉक एक्सरसाईज का हुआ आयोजन
विश्व डाउनिंग प्रिवेंशन दिवस पर आयोजित मॉक एक्सरसाईज में लोगों को किया गया बाढ़ से बचाव के लिए जागरूक
भदोही। वर्ल्ड ड्राउनिंग प्रिवेंशन दिवस के अवसर पर बाढ़ आपदा से बचाव व सुरक्षा के लिए राज्यस्तरीय फ्लड मॉक एक्सरसाईज का आयोजन अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन एवं जिलाधिकारी विशाल सिंह की उपस्थिति व देख-रेख में सीतामढ़ी घाट पर हुआ। जहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों व क्षेत्रवासियों को बाढ़ से बचाव के लिए जागरूक किया गया। इस दौरान डीएम ने नाविकों व गोताखोरों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें जल जीवन रक्षा मित्र के रूप में उनकी प्रसंशा किया और कहा कि आप लोग एक सजग जल प्रहरी के रूप में स्थानीय स्तर पर 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। डूबते व बाढ़ में फसे व्यक्तियों की जान को बचाते है। यह बहुत की मानवीय, नैतिक व पुण्य कर्म है। प्रभारी अधिकारी एवं एडीएम वित्त एवं राजस्व कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने मॉक एक्सरसाईज के दौरान सर्च एवं रेस्क्यू के अन्तर्गत सीतामढ़ी क्षेत्र से बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए लाईफ रिंग व लाईफ जैकेट पहने बचाव दल की कार्रवाई एवं डूबते हुए व्यक्तियों को बचाने की कार्रवाई की गई। मेडिकल कैंप के मैनेजमेंट के अन्तर्गत बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालकर स्ट्रेचर से चिकित्सीय उपचार के लिए लाया गया। नोडल अधिकारी मॉक एक्सरसाईज 2024 एवं एएसपी डॉ.तेजवीर सिंह ने बताया गया कि बाढ़ आपदा से बचाव व सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से संबंधित सभी इकाईयों द्वारा सर्च एवं रेस्क्यू, क्राउड मैनेजमेंट जल पुलिस आदि के समन्वय व सहयोग का अभ्यास दिखाया गया। साथ ही लाईफ जैकेट पहनने व उचित रख-रखाव सहित सुरक्षित नवकाएं एवं सिपिंग नियमों पर बल दिया गया। सीएमओ डॉ.संतोष कुमार चक ने बताया कि डूबने की घटनाओं की रोकथाम की घटनाओं को गौर करते हुए एक अपातकालीन जीवन सहायता प्रदाता टीम व कीट तैयार किया गया है। आपदा विशेषज्ञ अंकित सिंह ने बताया कि बाढ़ मॉक एक्सरसाईज के अन्तर्गत डूबने की घटना के दौरान राहत बचाव के लिए की जा रही कार्रवाई को दिखाया गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी ज्ञानपुर अरूण गिरि, पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रभात राय, जिला पंचायती राज अधिकारी संजय मिश्र, जिला विकास अधिकारी ज्ञान प्रकाश, उप निदेशक कृषि डॉ.अश्वनी सिंह, जिला सूचना अधिकारी डॉ.पंकज कुमार, तहसीलदार अजय सिंह, संजय कुमार, सिंचाई व नहर अभियंता, अपर मुख्य अधिकारी, जल निगम अभियंता, आदि द्वारा अपने विभाग से संबंधित बाढ़ राहत व बचाव कार्यों व दायित्वों से जनमानस को जागरूक किया गया।