श्रीमद् भागवत कथा कलयुग के प्रभाव से मुक्त करने में सहायक है– स्वामी चंदेश्वर गिरी जी महाराज
ललितपुर। स्थानीय प्रशांति विद्या मंदिर गोविंद नगर में श्री चंडी पीठाधीश्वर श्री चंदेश्वर गिरी जी महाराज के मुखरबिंद से श्रीमद् भागवत कथा चौथे दिन जारी रही। कथा व्यास जी चंदेश्वर गिरी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा का महत्व समझाते हुए कहा कि कथा का श्रद्धा युक्त चित्त से श्रवण पान करना चाहिए। उन्होंने कहा जो मनुष्य भागवत पुराण का पाठ करता है उसे हजार गोदान और अठारह पुराणों के श्रवण का फल प्राप्त होता है और वहां विष्णु पार्षद प्रह्लाद आदि विद्यमान रहते हैं। उन्होंने कहा जो श्रीमद्भागवत की पूजा करते हैं नियमित पाठन व श्रवण करते हैं वे कलयुग के प्रभाव से सदैव मुक्त रहते हैं। वह सभी पापों से मुक्त होकर देवताओं द्वारा वंदित होते हैं। कथा व्यास ने कहा श्रीमद् भागवत कथा घर में रखने से नियमित पूजा अर्चन करने पाठन करने से उसके पितृ दूध घृत मधु व मीठा जलपान ग्रहण करते हैं व मनुष्य को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि जो लोग विष्णु भक्त पुरुष को भागवत शास्त्र समर्पित करते हैं उन्हें करोड़ों कल्पों तक बैकुंठ धाम में वास प्राप्त होता है एवं सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। स्वामी चंद्रेशवर गिरी ने कहा जिन्हें अपने माता-पिता में देवता दिखाई नहीं देते उन्हें कहीं और देवता नहीं मिलते। उन्होंने कहा यह हमारे चलते फिरते देवता है इनके लिए अपने मन में कभी भी कुविचार न आने दें।
इस अवसर पर मुख्य यजमान संजय श्रीवास्तव, अजय बरया, डी एस विवेक, कपिल अग्रवाल, गोविन्द व्यास, श्रीमती शांति मालवीय, राजकुमार जैन, सुरेश यादव, पूजा कश्यप, राजीव खरे, विजय श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव, उत्कर्ष श्रीवास्तव, अर्पित श्रीवास्तव, सोम कांत श्रीवास्तव, शिवांशु श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव, शशि भूषण श्रीवास्तव, विपिन बिहारी श्रीवास्तव, रमन शर्मा, बिहारी लाल सविता, विशाल भटनागर, मनीष भटनागर, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।