महाविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला
उद्यमशीलता और नवाचार में रोजगार की संभावना विषय पर कार्यशाला में छात्रों को रोजगार प्राप्त करने के लिए नौकरी ढूंढने के बजाय स्वरोजगार स्थापित करने के विभिन्न उपायों की चर्चा की गई।
भदोही। डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को में नवाचार परिषद के बैनर तले उद्यमशीलता और नवाचार में रोजगार की संभावना विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें छात्रों को रोजगार प्राप्त करने के लिए नौकरी ढूंढने के बजाय स्वरोजगार स्थापित करने के विभिन्न उपायों की चर्चा की गई।
इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन इनोवेशन एम्बेसडर डॉ.आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने प्रथम सत्र में छात्रों को व्यक्तिगत क्षमता का व्यापारिक जीवन में प्रयोग कर उद्यम प्रारंभ करने पर बल दिया। उद्यमशीलता के मुख्य अंगो जैसे अवसरों को पहचानना और उनका लाभ उठाना, विशेषज्ञता, प्रक्रिया, मूल्यों की स्थापना, संस्थागत विकास आदि के बारे में दैनिक जीवन से उदाहरण देते हुए विस्तार से बताया। द्वितीय सत्र इनोवेशन एंबेसडर डॉ.राजकुमार सिंह यादव ने किसी भी उद्यम को चलाए रखने के लिए आवश्यक प्रबंधन कौशल, रिसर्च और डेवलपमेंट गतिविधियां, गुणवत्ता सुधार, कमियों को स्वीकार करना और उन्हें सुधारने का प्रयास करना, इन्नोवेटिव डिजाइन और क्रिएटिव थिंकिंग अपनाने तथा बिजनेस के लिए अनुषांगिक आर्थिक गतिविधियां के साथ-साथ मानसिक अभिविन्यास के बारे में बताया। मानसिक मजबूती, व्यवहार कुशलता, संप्रेषण कौशल, तकनीकी कौशल, बिजनेस सीक्रेसी और स्पष्ट उद्देश्य रखने वाला व्यक्ति एक सफल उद्यमी के रूप में विकसित होता है। उद्यम के असफल होने में बाजार और तकनीकी ज्ञान का अभाव, मोटिवेशन की कमी, व्यवसाय संबंधी जानकारी ना होना, पैसे की कमी, कानूनी प्रक्रियाओं का पालन न करने तथा रिस्क उठाने की क्षमता का अभाव शामिल होता है।
इस मौके पर डॉ.अनीश कुमार मिश्र, डॉ.माया यादव, अनुराग सिंह, बृजेश कुमार, डॉ.शिखा तिवारी, पूनम द्विवेदी, आशीष जायसवाल डॉ.अमित तिवारी आदि प्राध्यापक प्रमुख रूप से मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन इनोवेशन एंबेसडर डॉ.रुस्तम अली, धन्यवाद ज्ञापन डॉ.श्वेता सिंह ने दिया।