प्रशासन की तैयारी पूरी 25 मई को होगा मतदान-जिला निर्वाचन अधिकारी
भदोही। जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल सिंह के कुशल निर्देशन में सोमवार को विधानसभा भदोही में वृद्ध व दिव्यांगजन मतदाताओं ने अपना वोट डालकर लोकतंत्र को मजबूत किया साथ ही 25 मई को होने वाले छठे चरण में मतदान करने हेतु जनपद के अन्य मतदाताओं को भी जागरूक किया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हीं छठवें चरण के निर्वाचन प्रक्रिया में आगामी 25 मई को बूथों पर वोट डाले जायेंगे, लेकिन छठे चरण के निर्वाचन प्रक्रिया के संपन्न होने के पहले पोस्टल बैलेट के माध्यम से 18 मई से हीं वोट डालने की शुरुआत हो गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में ऐसा नहीं है कि वोटर मतदान केंद्रों पर जायेंगे बल्कि मतदान कर्मी वोटर के पास बैलेट पेपर लेकर पहुंचेंगे और उसका मतदान सुनिश्चित कराएंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस इस बार 85 वर्ष से अधिक उम्र के वोटर के लिए की गयी विशेष व्यवस्था के तहत वोटिंग प्रक्रिया आरंभ की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 85 वर्ष से अधिक उम्र के व दिव्यांग मतदाताओं के लिए लिए अपना 12 डी फार्म भर कर जमा किया किया था क्योंकि नियमानुसार जिले में फार्म 12 डी फार्म भर घर से वोट देने की सहमति देने वाले बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को वोटिंग का अधिकार दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 25 मई को जनपद में छठे चरण में मतदान होगा जिसको लेकर जनपद के समस्त पोलिंग बूथ पर सभी आधारभूत सुविधाएं मतदाताओं के लिए मुहैया कराई गई हैं इसमें किसी भी प्रकार का कोर कसर नहीं है। प्रभारी अधिकारी पोस्टल बैलेट/अपर जिलाधिकारी शिवनारायण सिंह ने बताया कि 18 मई को पोस्टल के माध्यम से वृद्ध व दिव्यांगजन मतदाताओं के द्वारा भदोही में 89 ज्ञानपुर में 190, औराई में 182 एवं 19 मई को ज्ञानपुर में 108, भदोही में 96, औराई में 19, 20 मई को भदोही में 8 सहित कुल 727/793 मतदाताओं ने वोट डालकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। प्रभारी अधिकारी पोस्टल बैलेट/अपर जिलाधिकारी शिवनारायण सिंह ने बताया कि यह बहुत अच्छा अभियान चलाया गया है। उन्होंने बताया कि जो मतदाता पोलिंग बूथ तक नहीं जा पाएंगे उनका घर बैठे ही वोट डालने की सुविधा दी गई है यह काफी सराहनीय प्रयास है। उन्होंने बताया कि जो ज्यादा दिव्यांग व्यक्ति हैं वह घर बैठे ही इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं तो वहीं जो थोड़ा बहुत चल फिर सकते हैं वह पोलिंग बूथ तक जाना पसंद कर रहे हैं।