थानों व चौकियों में शिकायतकर्ता व पीड़ित से सहज तरीके से पेश आएं अधिकारी : उपासना

Share
थानों व चौकियों में शिकायतकर्ता व पीड़ित से सहज तरीके से पेश आएं अधिकारी : उपासना
पुलिस व पब्लिक के बीच का गैप धीरे धीरे हो रहा कम, पुलिस अपना रही है सौहार्दपूर्ण तरीका : एसपी
कैथल (कृष्ण प्रजापति): पुलिस प्रशासन का जितना डर आमजन में पहले था, वह अब धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है और आमजन को पुलिस अधिकारियों से मिलने में भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती। रूटीन में उनके पास सैकड़ो लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं जोकि थाने और चौकियों की बजाय सीधे उनके कार्यालय में पहुंचते हैं इसलिए पुलिस व पब्लिक के बीच काफी दूरियां खत्म हुई है, उपरोक्त शब्द कैथल एसपी उपासना मैडम ने विशेष बातचीत में व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले लोग थानों और चौकियों में जाते समय लोगों में हिचकिचाहट होती थी परंतु जब से सीनियर सिटीजन हेल्प ग्रुप, मित्र कक्षा और समय-समय पर थाना प्रभारियों व पुलिस कर्मचारियों के साथ-साथ अधिकारियों की बैठक और उच्च अधिकारियों द्वारा डीएसपी, एसपी लेवल तक के अधिकारियों की लगातार जो मीटिंग होती हैं, उनमें भी हिदायतें मिलती है कि पब्लिक जो भी समस्या या शिकायत लेकर थानों में आती है, उनसे सौहार्दपूर्ण तरीके से व्यवहार किया जाए। सबसे पहले पीड़ित का जो डर होता है, वह पुलिस द्वारा दूर करवाया जाता है। एसपी ने कहा कि गम्भीर मामलों में व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए भी यदि उन्हें प्राप्त होती है तो उस पर भी एक्शन लेते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस और पब्लिक के बीच मजबूत सम्बन्ध बनाने के उद्देश्य से नशा मुक्ति अभियान की टीम लगातार जा रही है और लोगों को नशा करने वाले लोगों की सूचना पुलिस तक पहुंचाने के लिए गुप्त रूप से जानकारी देने की बात करती है। पुलिस टीम ग्रामीण अंचल में मैत्री पूर्ण तरीके से व्यवहार करते हैं, खेलों के आयोजन में भी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी लोगों के बीच जा रहे हैं। जो लोगों के और पुलिस के बीच जो गैप था वह धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है। एसपी ने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार समाधान शिविर आयोजित हो रहे हैं जिससे पब्लिक सभी अधिकारियों से सीधा संपर्क करके अपनी समस्याओं का समाधान करवा रही है। अधिकतर पुलिस थानों से संबंधित जो शिकायतें आती हैं उनको भी बड़ी गंभीरता से सुनती हैं और पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को भी यह सीधे तौर पर हिदायतें दी गई है कि थाने और चौकियों में आने वाले शिकायतकर्ता व पीड़ितों के साथ बिल्कुल नम्रता से पेश आए, किसी भी प्रकार का डर या गलतफहमी पुलिस के प्रति न बने, ऐसा व्यवहार पुलिस का हो। एसपी ने कहा कि लोगों की तरफ से भी इस बात की पुष्टि की जा रही है कि अब थाने और चौकियों में पहले वाली बात डर जैसी कोई बात नहीं रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *