नोडल अधिकारी ने तीन स्वास्थ्य इकाइयों का किया निरीक्षण
गाजीपुर। प्रदेश मुख्यालय से आईं परिवार कल्याण कार्यक्रम की संयुक्त निदेशक एवं संचारी रोग नियंत्रण की जनपदीय नोडल अधिकारी डॉ नीना वर्मा ने गुरुवार को तीन स्वास्थ्य इकाइयों का निरीक्षण किया। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) करंडा और सैदपुर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) देवकली पर भ्रमण कर संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार, चिकनगुनिया, टीबी आदि संचारी रोगों को लेकर की जा रही प्रभावी नियंत्रण व कार्यवाई आदि के बारे में जानकारी ली। संयुक्त निदेशक के साथ जनपद मुख्यालय से जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संजय कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार और जिला कार्यक्रम प्रबन्धक प्रभुनाथ शामिल रहे।
डॉ नीना वर्मा ने करंडा सीएचसी के अधीक्षक डॉ अवधेश कुमार राव, सैदपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ संजीव सिंह और पीएचसी देवकली के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके सरोज से स्वास्थ्य केंद्र पर प्रदान की जा रही सुविधाओं, लैब आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ओपीडी में आने वाले बुखार, सर्दी, खांसी आदि के मरीजों की जांच कर उन्हें दवा, परामर्श आदि प्रदान करें। डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, टीबी आदि संभावित लक्षण वाले संभावित मरीजों को सूची बनाकर उनकी जल्द से जल्द जांच कराएं। पॉज़िटिव आने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से उपचार पर रखें और आवश्यक परामर्श प्रदान करें। उनके संपर्कियों की जांच कर उन्हें आवश्यक उपचार व परामर्श दें। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), एएनएम, संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा समुदाय में लोगों को समस्त संचारी रोगों के लक्षण, कारण, जांच, निदान, उपचार, परामर्श और बचाव के बारे में जागरूक करें। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि संचारी रोगों से बचाव के लिए सभी अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें। झाड़ियां न उगने दें। जल जमाव न की स्थिति पैदा होने दें। रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल या लार्वा रोधी रसायन डालें। कूलर आदि का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। कोई भी बुखार का लक्षण दिखे तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच एवं इलाज़ कराएं। उन्होंने ‘हर रविवार मच्छर पर वार, खत्म करेंगे डेंगू, मलेरिया बुखार’ का संदेश दिया।