सोनभद्र। जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय उद्योग बन्धु की बैठक की। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि, जिले में उद्योग बन्धुओं से जुड़े मामलों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से किया जाये। व्यापारियों/उद्यमियों के प्रति सहयोगात्मक रूख अपनाया जाये और उद्यमियों के लम्बित प्रकरणों का निस्तारण समय से किया जाये, ताकि अधिक से अधिक रोजगार सृजित हों और उद्यमी भी सकारात्मक माहौल में अपने उद्योग को संचालित कर सकें। इस दौरान उन्होंनेे उद्यमियों व व्यापारी बन्धुओं से उद्योग व व्यापार के मामले में आने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में सीधा संवाद कर जानकारी ली। व्यापारी बन्धुओं द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने व बाट माप विभाग द्वारा किये जाने वाले निरीक्षण में आने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी दी। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देशित करते हुए कहा कि, स्मार्ट मीटर लगाने में व्यापारी बन्धुओं को किसी प्रकार की समस्या न आने पायें, यदि किसी के द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने के मामले में किसी प्रकार की लापरवाही की शिकायत प्राप्त होती है, तो उसका तत्काल निराकरण किया जाये। इस दौरान उन्होंने बाट माप के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि, बाट माप के जाॅच हेतु जो भी लाईसेंसधारी कार्यालय में रजिस्टर्ड हो, उनका नाम कार्यालय के बोर्ड पर पेन्ट करके लिखवाया जाये और बाट माप के जाॅच के दौरान लगने वाले शुल्क को भी अंकित किया जाये, इसमें किसी स्तर पर शिथिलता न बरती जाये। बैठक में उन्होंने निवेश मित्र सिन्गल विंडो, श्रम विभाग से सम्बन्धित प्रकरण, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन से सम्बन्धित प्रकरण, प्रदूषण नियंत्रण सम्बन्धी प्रकरण, फायर सर्विसेज, विद्युत भार सम्बन्धी नये प्रकरण, रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी एण्ड चिट्स से सम्बन्धित प्रकरण, भार एवं माप, विद्युत सुरक्षा, खाद सुरक्षा एवं दवा प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, उद्योग आधार मेमोरेण्डम, प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्य मंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद-एक उत्पाद, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना आदि की समीक्षा की और सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। बैठक में जिला कृषि अधिकारी हरे कृष्ण मिश्र, उपायुक्त रोजगार प्रोत्साहन राजधारी प्रसाद गौतम, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, व्यापारीगण, उद्योग बन्धुगण सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।