गाजीपुर। 14 जुलाई 1980 को मंदरा जखनिया गाजीपुर में एक स्कूल की नींव रखी गई
वह नीव जखनियां में शिक्षा की कमी को देखते हुए रखी गई । गरीबों और वंचितों के लिए एक ऐसे स्कूल का निर्माण हो जो इन दोनों वर्गों के भविष्य निर्माण में एक शिक्षक की भूमिका निभाएं। 14 जुलाई 1980 को एडवोकेट मरहूम हाजी साबिर अली जो उस वक्त ग्राम प्रधान थे उन्होंने अपने शुभचिंतकों के साथ डॉक्टर बी आर अंबेडकर स्कूल की नीव रखी।
उस वक्त शायद उनको भी इस बात का अंदाजा ना रहा होगा कि यह जो पौधा वो लगा रहे हैं बहुत जल्द ही यह एक विशालकाय वृक्ष हो जाएगा। 14 जुलाई 1997 को हाजी साबिर अली साहब ने अपने पिताजी की याद में जो हाफिज भी थे(हाफिज मोहम्मद अली) उनकी याद में एक मदरसे की नींव रखी जिसका नाम मदरसा मोहम्मद अली रखा. जो इस वक्त राज्य सरकार द्वारा अनुदानित है। यह सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए एडवोकेट साबिर अली के पुत्र आमिर अली ने 14 जुलाई 2004 को मिनी आईटीआई की बुनियाद रखी फिर इसको और बढ़ाते हुए 1 मील का पत्थर 2006 में साबिर अली आईटीआई के रूप में सामने आया यह आमिर अली द्वारा किया गया ऐसा काम था जिससे कई लोग को रोजगार परख शिक्षा पाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं 400 बच्चे हर साल इलेक्ट्रीशियन , फीटर, स्विंग टेक्नोलॉजी में अपना कैरियर बना रहे हैं
फिर 2015 में साबिर अली गर्ल्स डिग्री कॉलेज खोला गया और 2019 में B.Ed की भी मान्यता हासिल कर लिया एडवोकेट साबिर अली के द्वारा लगाए गए 1 पौधे ने आज एक ऐसे विशालकाय वृक्ष का रूप ले लिया है जिसके छांव में करीब 100 स्टाफ और हजारों बच्चे सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।आज 44 वें स्थापना दिवस को पौधरोपण करके मनाया गया. मदरसा मोहम्मद अली दिनी असरी मे प्रिंसिपल अब्बास अंसारी, फ़िरोज़ अंसारी,फ़ैयाज़ मिस्बाही,कारी इहतेशाम, अनवारुल क़ादरी ने पौधरोपण किया और डॉ बी आर अम्बेडकर इंटर कॉलेज मे प्रबंधक आमिर अली, अशोक, सर्वानंद पाण्डेय, संदीप ने पौधरोपण किया