स्थानीय तहसील के स्थानीय कस्बे में गुरुवार को सिकन्दरपुर पुलिस पिकेट के आसपास के इलाके पर अतिक्रमण करने वालों को हिदायत देने पर कुछ लोगों ने भीड़ इकट्ठा करके गुरुवार की शाम को पुलिस के खिलाफ हंगामे और नारेबाजी करते हुए पुलिस चौकी में पहुंच गयी इसके बाद पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया जल्पा चौक में स्थित पुलिस पिकेट के चारों तरफ फल बेंचने वालों ने अतिक्रमण कर रखा हैं बताया जाता है कि किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मिडिया के जरिये मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों को भेज दिया इसके बाद उच्च अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने का निर्देश जारी हुआ सूत्रों की मानें तो गुरुवार को कस्बा चौकी प्रभारी कमलाशंकर गिरी जल्पा चौक पर पहुंचे तथा टोकरी रखकर दुकानदारी करने वालों को हटने की हिदायत देकर लौट गये जानकारों का कहना है कि कुछ देर बाद फल बेंच रही महिला दुकानदारों ने टोकरी को पलट दिया और हंगामा करने लगी इसके बाद भीड़ जुट गयी तथा व्यापारी नेता व अन्य पहुंच गये और मामले को तूल दे दिया कुछ देर बाद व्यापारी नेता भीड़ के साथ पुलिस चौकी पर पहुंच गए उनका कहना था कि पिकेट के आसपास कारोबार करने से रोका नहीं जाय हालांकि लोगों का कहना था कि कई बार नोटिस जारी किया जा चुका है व्यापारी नेताओं व पुलिस के बीच काफी देर तक हुई बातचीत के बाद यह मामला फिलहाल शांत हो सका बताते चले कि उक्त स्थान पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है तथा वहां से गुजरने वाले आमजन की साइकिल मोटरसाइकिल या चार पहिया वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है आए दिन सड़क पर रखी फल की टोकरीयों पर धक्का लग जाने से गाली गलौज व हाथापाई होता रहता है इन्हीं सभी परेशानियों से तंग आकर किसी के द्वारा इसका वीडियो बनाकर सोशल मिडिया के जरिये मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों को भेज दिया इसके बाद अतिक्रमण हटाने का निर्देश जारी हुआ जिसपर समझाने गए चौकी प्रभारी से दुकानदार उलझ गए तथा कुछ स्थानीय नेताओं ने मामले को तूल दे दिया और मामला बढ़ गया जबकि वीडियो में साफसाफ देखा जा सकता है कि चौकी प्रभारी महिला को माता जी माता जी कहते हुए नजर आ रहे हैं वहीं चौकी पर पहुंची भीड़ से बार बार चौकी प्रभारी कहते हुए नजर आए की मैनें सभी से एक एक टोकरी कम करने को कहा दुकान हटाने को नहीं कहा वहीं बात की जाए अतिक्रमण की तो नगर का कोई भी ऐसा मार्ग नहीं है जिसमे अतिक्रमण के कारण रोजाना दिन में दो चार बार जाम न लगता हो पहले तो दुकानदार आगे बढ़कर अपनी दुकान व होडिंग लगा रहे हैं बची हुई जगह पर छोटे दुकानदार अपनी दुकान लगाकर पूरा रास्ता सीमित दायरे में कर दे रहे हैं और उस रास्ते से गुजरने वाले लोगों से झगड़ा लड़ाई मारपीट अलग हो रही है नगरपंचायत अभियान के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ती ही करके रह जाता है ऐसे में लगता है कि नगरपंचायत अभियान की मिली भगत से सब कार्य हो रहा है और दूसरे को दोष दिया जाता है