बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान करना बीजेपी आरएसएस की परंपरा का है हिस्सा: जजलाल राय

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बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान करना बीजेपी आरएसएस की परंपरा का है हिस्सा: जजलाल राय
अमित शाह ने बाबा साहब का नही देश के करोड़ो दलितों, शोषितों और वंचितों को किया है अपमानित
भदोही। कांग्रेस कमेटी भदोही के जिला महासचिव जजलाल राय ने कहा कि अमित शाह ने लोकतंत्र के मंदिर में बाबा साहेब को जिस तरह अपमानित किया, वो एक कुंठा और द्वेष से भरे मानसिकता वाला व्यक्ति ही कर सकता है। गृहमंत्री जैसे पद पर विराजमान व्यक्ति द्वारा संविधान निर्माता का सरेआम अपमान करना बताता है कि बीजेपी के नेताओं में दलितों के प्रति कितनी नफरत और घृणा भरी है। श्री राय ने कहा कि दरअसल अमित शाह ने बाबा साहेब का नहीं बल्कि देश के करोड़ों दलितों, शोषितों, वंचितों को अपमानित किया है। उन्होंने हर उस आदमी को अपमानित और जलील करने की कोशिश की है, जो न्याय, लोकतंत्र और संविधान में विश्वास रखता है। लेकिन इस देश के करोड़ों दलितों को ये याद रखना पड़ेगा कि अमित शाह द्वारा बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान करना बीजेपी, आरएसएस की परंपरा का हिस्सा है। संघ की शाखाओं में यही तो सिखाया जाता है। गरीबों, दलितों, आदिवासियों पर अत्याचार करना ये लोग अपना अधिकार समझते हैं। श्री राय ने कहा कि पहले इस देश का दलित गुलाम था। उसे दास बनाकर बंधुआ मजदूरी करवायी जाती थी। उस पर तरह-तरह के अत्याचार होते थे। दलितों, शोषितों को इन अत्याचारों से बचाने के लिए आंबेडकर जी ने बहुत मेहनत की। आंबेडकर जी भारत के हर आदमी को न्याय दिलाने की बात करते थे। वो चाहते थे कि सभी के लिए एक जैसा कानून व  संविधान हो। आंबेडकर की यही बात भाजपा व आरएसएस को खटकती थी। क्योंकि भाजपा आरएसएस के लोग दलितों और गरीबों को इंसान नहीं समझते। वे इन्हें गुलाम बनाकर ही रखना चाहते थे। यही कारण है कि भाजपा आरएसएस शुरू से ही आंबेडकर और संविधान का विरोध करती रही है। ये लोग आंबेडकर को अपना असली दुश्मन मानते हैं। श्री राय ने कहा कि जब बाबा साहेब ने संविधान बना दिया तो भाजपा आरएसएस ने ये कहकर इनका अपमान किया कि इस संविधान में भारतीय जैसा कुछ है ही नहीं। भाजपा आरएसएस ने आजादी से लेकर आजतक संविधान को खत्म करने के लिए कई कुचक्र रचे, मगर कभी गांधीजी, कभी नेहरू जी तो कभी राहुल गांधी जी ने ढाल बनकर संविधान को बचाया। संघ के सरसंघचालक एमएस गोलवलकर अक्सर कहा करते थे कि इस देश का भला आंबेडकर के संविधान से नहीं हो सकता। वो चाहते थे कि यह देश संविधान नहीं बल्कि मनुस्मृति के हिसाब से चलाया जाए। यही बात मोहन भागवत और मनमोहन वैद्य भी कहते हैं। श्री राय ने कहा कि आज जिन-जिन प्रदेशों में बीजेपी और आरएसएस की सरकार है, वहां-वहां दलितों, आदिवासियों, वंचितों पर अत्याचार चरम पर है। मध्यप्रदेश तो भाजपा, आरएसएस का प्रयोगशाला है। इसलिए यहां दलितों और आदिवासियों पर सबसे अधिक अत्याचार किया जाता है। यहां कभी दलितों पर पेशाब किया जाता है तो कभी आदिवासियों को मल खिलाकर पीटा जाता है। अब देश के दलितों, शोषितों और आदिवासियों को ये सोचना पड़ेगा कि वो उन्हें अधिकार और न्याय दिलाने वाले बाबा साहेब के साथ हैं या बाबा साहेब का अपमान करने वाले भाजपा, आरएसएस के साथ है। श्री राय ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी इसी मुद्दे को लेकर 24 दिसंबर को जनपद भदोही की ज्ञानपुर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर पैदल मार्च प्रारंभ किया जाएगा और यह पैदल मार्च ज्ञानपुर के यही गांधी पार्क में समाप्त होगा। जिसमें जनपद के तीनों विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भारी संख्या में भाग लेंगे।

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