गणेश चौथ पर ब्रति महिलाओं ने किया पूजन अर्चन
गाजीपुर जखनियां। भाद्रपद कृष्ण पक्ष चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को गणेश चौथ व हेरम्ब चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन विद्या-बुद्धि-वारिधि गणेश तथा चन्द्रमा की पूजा की जाती है। ज्योतिर्विद आचार्य पंडित आदित्य पराशर बताते हैं कि इस व्रत को पुत्रवती माताएं पुत्र और पति की सुख-समृद्धि एवं दीर्घायु की कामना के लिए व्रत रखती हैं। दिनभर व्रत रखने के बाद सायंकाल गौरी-गणेश की पूजा कर नैवेद्य के साथ ईख, कंद, अमरूद, गुड़ तथा घी का भोग लगा कर पूजन अर्चन करती हैं चढ़ाया हुआ नैवेद्य रात्रि भर डलिया इत्यादि से ढ़क कर रखा जाता है,इस ढ़के हुए पहार को पुत्र द्वारा खुलवाना चाहिए तथा भाई-बंधुओं में बँटवाना चाहिए। इससे भाई-बंधुओं में आपसी प्रेम बढ़ता है। सायंकाल गौरी-गणेश की पूजन के बाद चन्द्र दर्शन होने पर दूध का अर्घ्य देकर चन्द्रमा से पुत्र की सुख तथा दीर्घायु की कामना के लिए प्रार्थना कर नैवेद्य ब्राह्मण को दान कर स्वयं ब्रति महिलाएं पारन करती हैं क्षेत्र में आज प्रायः सभी महिलाएं व्रत रही और मंदिरों सहित अपने घरों में पूजन अर्चन किया।