जनपद के सभी हाईस्कूल/इण्टर कालेजों में निर्वाचन साक्षारता क्लब द्वारा मतदान जागरूकता पर बल: जिला निर्वाचन अधिकारी
स्वीप के अर्गत वर्ष भर ईएलसी के माध्यम से लोकतंत्र, चुनाव, वोट के मूल्य पर जोर: स्वीप प्रभारी
कक्षा-9 से 12 तक के विद्यार्थियों ईएलसी गतिविधियों से सीखते है निर्वाचन के सम्पूर्ण प्रक्रिया: डीआईओएस
कोई मतदाता न छूटे की भाव को समझते है ईएलसी के माध्यम से विद्यार्थी: जिला सूचना अधिकारी
भदोही। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता अर्थात स्वीप के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल सिंह के पर्यवेक्षण व स्वीप प्रभारी/मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह के नेतृव में 25 मई को शत्-प्रतिशत मतदान कराने के क्रम में कई मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे है। इसी क्रम में एक है निर्वाचन साक्षारता क्लब अर्थात ईएलसी, जो कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को निर्वाचकों को सजग करने और उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया से बुनियादी जानकारी से लैस करने की दिशा की ओर उन्मुख है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि स्वीप के प्रमुख लक्ष्यों को जनपद में चलाये जा रहे निर्वाचन साक्षारता क्लब द्वारा पूर्ण किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत निर्वाचनों के दौरान सभी पात्र नागरिकों को मत देने और जागरूक निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करके भारत में सही मायनों में सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है। यह कार्यक्रम विविध प्रकार के सामान्य एवं लक्षित ऐसे इण्टरवेन्सनों पर आधारित है, जो सामाजिक, आर्थिक, जनसाख्यिकी, प्रोफाईल के साथ-साथ निर्वाचनों के पिछले चक्रों में निर्वाचकी सहभागिता के इतिहास और उनसे मिली सीख के अनुसार अभिकल्पित किये गये है। स्वीप प्रभारी यशवंत कुमार सिंह ने निर्वाचन साक्षारता क्लब ईएलसी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग कक्षा-9 के 14-15 वर्ष के एव ंक्रमशः कक्षा-10, 11, 12 के 17 से 18 वर्ष के विद्यार्थियों को चुनावी साक्षारता से सम्बन्धित जो संदेश देना चाहता है। उसे ध्यान में रखते हुए विविध गतिविधियॉ बनायी गयी है। इस हेतु तैयार की गयी पुस्तक-निर्वाचन साक्षारता क्लब संदर्भ मार्गदर्शिका में गतिविधियों के संचालन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। क्लब संयोजक एवं नोडल अधिकारी की देख-रेख में जनपद के सभी हाईस्कूल व इण्टर कालेजो में पूरे वर्ष भर चुनाव पत्रिका, निर्वाचन फिल्म प्रदर्शन, लोकसभा फिल्म, प्रदर्शन, अपने उम्मीदवार को जानो, जागरूक मतदाता कार्ड के ग्राम पंचायत की यात्रा, विद्यालय में नाटक, राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर प्रस्तुतिकरण, नोटा, स्टेप अप, मतदान चित्र व पोस्टर प्रतियोगिता, आदर्श मतदान, जनता के प्रतिनिधि बने, कार्ड का खेल, चुनाव यंत्र और मतपत्र का निर्माण, मतदान आधारित वाद-विवाद प्रतियोगता, फार्म-6 भरना व पंजीकृत होना, निबन्ध लेखन प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। कक्षा-9 के विद्यार्थियों को प्रतिनिधिक लोकतंत्र, चुनाव व मतदान की अवधारणा को जानता और वोट के मूल्य को समझना चाहिए। विद्यार्थियों को भारत में मतदाता बनने की प्रक्रिया जानता चाहिए। विद्यार्थियों को पंजीकरण की प्रक्रिया फार्म-6, आवश्यक अभिलेख, ऑनलाईन पंजीकरण का तरीका पर बल दिया जा रहा है, तो वही उन्हें बीएलओ की भूमिका से परिचत कराकर जो मतदाता से सम्पर्क की पहली कड़ी है तथा उसका पंजीकरण के माध्यम से मार्गदर्शन किया जाता है। कक्षा-10 के विद्यार्थियों को मतदान केन्द्र पर क्या-क्या व्यवस्थाएं होती है के साथ भारत निर्वाचन आयोग के टैग लाइन ‘‘कोई मतदाता न छूटे’’ के मूल सिद्धान्त के सार को समझाया जाता है। वोट की कीमत क्या होती है, यह विद्यार्थियों को अच्छी तरह आत्मसात कर लेनी चाहिए। उनको नोटा के महत्व के साथ नैतिकता के साथ मतदान करने की महत्व पर बल दिया जाता है। कक्षा-11 के छात्रों को उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया, आचार संहिता और उम्मीदवार की अपात्रता के आधारों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। छात्रों को ईवीएम तथा वीवीपैट, के बारे में तथा इन मशीनों के माध्यम से सम्पन्न होने वाली निर्वाचन प्रक्रिया की प्रमाणिकता के बारे में जानकारी कर बल दिया जाता है तो वोट की गोपनीयता के माहत्व को भी समझाया जाता है। कक्षा-12 के विद्यार्थियों को स्वयं को निर्वाचक के रूप में पंजीकृत कराने और अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित होना चाहिए। उन्हें वोट का मूल्य समझना चाहिए तथा वोट देने के अपने अधिकार का विश्वास पूर्वक सुविधाजनक तरीके से और नैतिकता के साथ प्रयोग करने के लिए तैयार रहना चाहिए। प्रभारी अधिकारी निर्वाचन साक्षारता क्लब/जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रकाशित निर्वाचन साक्षारता क्लब, सन्दर्भ मार्गदर्शिका कक्षा-9 से 12 तक अलग-अलग के माध्यम से वर्ष भर विभिन्न शैक्षिक व व्यवहारिक पहलुओं के साथ वोट के लोकतांत्रिक पहलुओ पर बल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि कक्षा-9 के विद्यार्थियों से क्रमशः कक्षा 10, 11, 12 में उन्हें निर्वाचन में जागरूकता व सहभागिता हेतु मानसिक तौर पर तैयार किया जाता है। जहॉ कक्षा-9 के 14-15 वर्ष से कक्षा 11 के 17 वर्ष के छात्र/छात्राओं को वोट की महत्व से परिचत कराते हुए अपने घर के सभी मतदाताओं सहित अपने पड़ोस, मुहल्लों के मतदाताओं को मतदान के दिन अर्थात 25 मई को अपने बूथ पर जाकर वोट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है तो वही कक्षा 12 के 17-18 वर्ष के विद्यार्थियों को स्वयं को मतदाता के रूप में पंजीकृत करवाने हेतु फार्म-6 भरकर ‘‘फस्ट टाईम वोटर’’ 25 मई को अपने मताधिकार का पहली बार प्रयोग करने पर बल दिया जा रहा है। जिला सूचना अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार ने निर्वाचन साक्षारता क्लब पर बल देते हुए बताया कि सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम को सफल बनाने में ईएलसी का विशेष महत्व है। इसके माध्यम से हम छात्रों को किशोर अवस्था में ही मजबूत लोकतंत्र में सबकी भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु उनको निर्वाचन के विभिन्न पहलुओं पर सैद्धातिक व धरातलीय जानकारी प्राप्त कराते है। जनपद के सभी हाईस्कूल, इण्टरकालेजों में ईएलसी के अन्तर्गत वर्ष भर आयोजित हुए कार्यक्रमों का सारात्मक प्रभाव दिखेगा जिससे 25 मई को पिछले निर्वाचन की तुलना में अधिक मतदान प्रतिशत होगा।