भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सीएम ने ली उकवा में चुनावी सभा।
सीएम ने कांग्रेस पर साधा जमकर निशाना।
कांग्रेस वाले माता-बहनो को भोग-विलास की वस्तु मानते है–मोहन यादव।
बालाघाट। जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे वैसे लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार का महौल और भी तेज गर्माता जा रहा है। एक ओर जहां भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने बालाघाट की हवा खां ली है, तो वही दूसरी ओर कांग्रेस के पक्ष में सिर्फ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ही बालाघाट पहुंचकर चुनावी सभा ली है। लेकिन बसपा प्रत्याशी के पक्ष में संगठन का कोई बडा नेता चुनाव प्रचार करने व अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने नही आया है। बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे अकेले ही कडा संघर्ष कर रहे है। इस चुनावी समर में भाजपा-कांग्रेस के प्रचार प्रसार का जितना शोरगुल सुनाई दे रहा है, बसपा प्रत्याशी के पक्ष में उतना ही सन्नाटा नजर आ रहा है। अब 17 अप्रैल को होने वाले मतदान में बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र की जनता किस पर ज्यादा विश्वास जताती है, यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। चुनावी समर को लेकर चल रहे प्रचार प्रसार के इस सिलसिले के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का 12 अप्रैल को तीसरी बार बालाघाट आगमन हुआ। जहां सीएम मोहन यादव ने बालाघाट के मॉयल नगरी उकवा मे भाजपा प्रत्याशी भारती पारधी के पक्ष में चुनावी सभा ली और क्षेत्र की आदिवासी जनता को संबोधित किया और उनसे भाजपा के पक्ष में वोट मांगा। चुनावी संबोधन के दौरान सीएम मोहन यादव ने खूब भाजपा सरकार और मोदी सरकार के प्रति तारिफो की पुल बांधे और नारी शक्ति के प्रति सम्मान की बातेंं कहीं। सीएम मोहन यादव ने कहा कि मै बालाघाट आता हूं तो अलग ही आंनद आता है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद आज पहली बार उकवा आया है, आपका धन्यावाद करना चाहंता हूं। प्रदेश की जनता का भला कैसे हो, हम यह सोच रखते है, इसलिये सरकार का एक रिपोर्ट कार्ड लेकर आया हूं। बालाघाट की धरती रानी दुर्गावती और रानी अवंतीबाई लोधी की धरती है, उनको मै प्रणाम करता हू, जो अपने बल पराक्रम के कारण कभी अग्रेजो के सामने नही झुकी। यह हमारी माता बहनो की लंबी श्रृखंला है। नवरात्री चल रही है, नवरात्री में हम अपनी माता बहनो की ऐसे ही पूजा नही करते, हम शक्ति की पूजा ऐसे ही नही करते? हमारी श्रद्धा है, हमारी आस्था है। चुनावी संबोधन के दौरान सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा और मंच से ही सीएम ने कांग्रेस के खिलाफ एक विवादित ब्यान दिया। सीएम यादव ने कहा कि ये हमारी भावना है कि हम माता बहनो को सिर झुकाकर प्रणाम करते है और ये भाजपा संस्कृति में है। लेकिन इसके उलटे दूसरी तरफ कांग्रेस के लोग माता-बहनो को भोग विलास की वस्तु मानते है। उनके मुख से निकलने वाली भाषा माता बहनो को लजाती है। उनकी इज्जत कम करती है। कांग्रेस के एक बडे नेता है जिनका लडका छिंदवाडा में चुनाव लड रहा है। जिन्होने 13 महिने की सरकार में एक बडा आयोजन किया। मुंम्बई से बडी अभिनेत्री बुलाई और आईफा अवार्ड करवाया। उससे अच्छा तो हमारे यंहा नवरात्री का आंनद बनता है। आदिवासी क्षेत्र उकवा मे आयोजित चुनावी सभा में अपने संबोधन के दौरान सीएम मोहन यादव ने आदिवासी वोटबैंक को साधने के लिये आदिवासियों को भाजपा की रीति-नीति और नीयत के बारे में भी समझाया और कहा कि हमारी सरकार ने और नरेंद्र मोदी जी ने आदिवासी समाज की महिला द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर देश का सबसे बड़ा पद दिया है और आदिवासी समाज को सम्मान दिया है। लेकिन कांग्रेस ने कभी आदिवासी महिला को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री नहीं बनाया? यह पाप कलंक अगर किसी के माथे है तो वह कांग्रेस के माथे है और कहते है कि आदिवासीयों का भला करेगें। इनके एक नेता ने कहा कि आदिवासी को नेता तो बना सकते है, लेकिन उनके शरीर का रंग काला-काला होता है, ऐसी बातें कहकर आदिवासीयों का अपमान करते है। आदिवासी मेहनतकश होते है, अपने शरीर को धूप में सुखाते है, आपका पेट भरने के लिये जंगल जाते है और अपनी जवानी कुर्बान करते है। जिनके भरासे ही देश दुनिया दिखती है। हमारी रानी अवंती बाई और दुर्गावती का लंबा इतिहास है, लेकिन उनके इतिहास को पाठ्यक्रम से अलग कर दिया। लेकिन हमें गर्व है कि हमने रानी अवंती बाई और दुर्गावती को कॉलेज व स्कूल के पाठ्यक्रम में स्थान दिया है, हमारी संस्कृति भी यही बताती है। हमारे अतित को कोई काट दे, ऐसा कैसे चलेगा।