कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं ने मतदान करने हेतु ली शपथ
सोनभद्र। अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के तत्वाधान में तहसील प्रांगण के अधिवक्ता भवन में मतदाता जागरूकता संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता युवा अधिवक्ता राजेश कुमार यादव ने की। राष्ट्रीय महासचिव पवन कुमार सिंह एड ने कहा कि, चुनाव पांच सालों के बाद ही आते हैं। इन चुनावों का मकसद हम अपने देश और राज्य के लिए अच्छे प्रतिनिधियों का चयन करना होता है ताकि देश में या राज्य में अच्छी सरकार का गठन किया जा सके। भारत में लोकतंत्र है। इस लोकतंत्र में मतदान से हमें सरकार चुनने का मौका मिला है। लोगों को यह मौका बड़ी मुश्किलों के बाद मिला है। इसलिए चुनाव में हर मतदाता को अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए। मतदान में हर मतदाता को हर हाल में सभी को भाग लेना चाहिए। मतदान बहुत ही गंभीर विषय है। मतदाताओं को पूरी सोच विचार के बाद ही किसी प्रत्याशी को वोट देना चाहिए। किसी भी तरह के लालच में आकर वोट नहीं करना चाहिए। ऐसे प्रत्याशी को ही वोट करना चाहिए। राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप जायसवाल ने कहा कि, मतदाता जागरुकता का सारा मतलब, एक वोट डालने तक ही सीमित है। उसके आगे पांच साल कुछ नहीं हममें से कितने मतदाता हैं, जो पांच साल के दौरान जाकर अपने चुने हुए जनप्रतिनिधि से उसे मिले बजट का हिसाब पूछते हैं ? कितने हैं, जो सार्वजनिक हित के वादों को पूरा करने को लेकर जनप्रतिनिधि को समय-समय पर टोकते हैं ? सार्वजनिक हित के काम में उसे सहयेाग के लिए खुद आगे आते हैं ? हम भूल जाते हैं कि, जहां सवाल पूछी होती है, जवाबदेही भी वहीं आती है। यह सवाल पूछी की प्रक्रिया और तेज होनी चाहिए। इसलिए हम यह तो याद रखें कि, मतदान हमारा अधिकार है, किंतु कर्तव्य को न भूल जायें। जाति, धर्म, वर्ग, पार्टी, लोभ अथवा व्यक्तिगत संबंधों की बजाय उम्मीदवार की नीयत, काबिलियत, चिंता, चिंतन, चरित्र तथा उसके द्वारा पेश पांच साल की कार्ययोजना के आधार पर मतदान करना हमारा कर्तव्य है। संगोष्ठी में कामता प्रसाद यादव एड, राजकुमार सिंह एड, शाहनवाज आलम एड, रामसजीवन चंद्रवंशी एड, फूल सिंह, संतोष चतुर्वेदी, पवन कुमार द्विवेदी एडवोकेट आदि लोग उपस्थित थे।