ललितपुर- तालबेहट कस्बे के पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि विनम्र सागर महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्य पात्र बनकर जिनेन्द्र देव की प्रतिमा की प्रतिष्ठा कराना महा सौभाग्य की बात एवं सअतिशय पुण्य का कारण है। जो श्रावक प्रतिदिन देव दर्शन, छानकर पानी पीने और रात्रि भोजन त्याग के नियम का पालन करते हैं वह सच्चे जैन हैं। सुबह मुनि विनम्र सागर महाराज के साथ मुनि निस्वार्थ सागर, मुनि निर्मद सागर, मुनि निसर्ग सागर, मुनि श्रमण सागर एवं क्षुल्लक हीरक सागर के सानिध्य में सामूहिक अभिषेक शांतिधारा पूजन एवं शान्तिनाथ महामंडल विधान का आयोजन किया गया। आचार्य श्री के चित्र अनावरण दीप प्रज्वलन एवं पाद पृच्छालन के पश्चात मुनि विनम्र सागर महारज ने कहा कई जन्मों के पुण्योदय से जैन कुल मिलता है तो सभी को अपना गौरव बढ़ाकर प्रशंसा का पात्र बनना चाहिए। उन्होंने कहा की परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं, सभी को प्राणी मात्र के प्रति दया भाव रखना चाहिए। मौसम परिवर्तन एवं प्रतिकूलता में जरूरतमंद की मदद करना एवं जीवों की रक्षा और सभी का सहयोग करना चाहिए। मन को बढ़ा करोगे तो भावना प्रबल होगी, सभी को कार्यक्रम में तन मन धन से सहयोग करना चाहिए।
आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद और परम प्रभावक शिष्य पूज्य मुनि विनम्र सागर महाराज के ससंघ सानिध्य से 21 से 26 जनवरी 2024 तक होने वाले ऐतिहासिक श्रीमज्जिनेंद्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा, हवन एवं गजरथ महोत्सव मंगलाचरण हेतु दोपहर की बेला में वाणी भूषण बाल ब्रह्मचारी विनय भैया एवं नितिन भैया खुरई के सानिध्य में पंचकल्याणक एवं गजरथ महोत्सव के मुख्य पात्र चयन किया गया। जिसमें वीना अजय जैन ललितपुर माता-पिता, चौधरी नेहा विकास कुमार, रूबी आकाश जैन सौधर्म इन्द्र, मिठया यशपाल जैन कुबेर इन्द्र, सुरेन्द्र कुमार प्रीतेश जैन सौरभ पवैया ध्वजारोहणकर्ता, मोदी यशपाल सागर जैन महायज्ञनायक, अजय जैन अज्जू राजा श्रेयांश, सजल कुमार गोल्डी जैन राजा सोम, मोदी देवेंद्र जैन बसार भरत चक्रवर्ती, निर्मल कुमार नितिन बुखारिया बाहुबली इन्द्र, चौधरी गजेन्द्र कुमार मुकुल जैन देवास एवं मिठया राजीव कुमार जैन यज्ञ नायक, नरेश कुमार जैन पारौन ईशान इन्द्र, मोदी प्रकाश चंद प्रिंस जैन पारौन सनत कुमार इन्द्र, डॉ. महेंद्र कुमार जैन महेंद्र इन्द्र, मोदी कमल कुमार कपिल जैन बसार ब्रह्म इन्द्र, मोदी अरूण कुमार अभिषेक जैन को श्रावकश्रेष्ठी बनने का सौभाग्य मिला। सायं काल की बेला में आचार्य भक्ति, संस्कृतिक कार्यक्रम एवं महाआरती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में दिगम्बर जैन मंदिर समिति, पंचकल्याणक समिति, अहिंसा सेवा संगठन, वीर सेवा दल, जैन युवा सेवा संघ, जैन मिलन सहित सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन चौधरी चक्रेश जैन एवं आभार व्यक्त विशाल जैन पवा एवं सौरभ जैन कड़ेसरा ने संयुक्त रूप से किया।