बिना पीयूसी के पेट्रोल पंप पहुंचे तो खैर नहीं, ट्रैफिक पुलिस ने काटे 600 से अधिक वाहनों के चालान
दिल्ली-एनसीआर
परिवहन विभाग पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीयूसी की आमद पूरी कर चुके वाहनों का चालान काट रहा है। इसे अभी एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर अंजाम दिया जा रहा है। राजधानी में सर्दियों के मौसम में होने वाले वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर कवायद तेज हो गई है। प्रदूषण को लेकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है। वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए परिवहन विभाग भी सक्रिय है। विभाग अब ऐसे वाहन का भी चालान काट रहा है, जिन्होंने अभी तक पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) नहीं कराया है। परिवहन विभाग पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीयूसी की आमद पूरी कर चुके वाहनों का चालान काट रहा है। इसे अभी एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर अंजाम दिया जा रहा है। विभाग के सूत्रों के मुताबिक अभी तक एक माह के भीतर 600 से अधिक वाहनों के चालान किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। इस अभियान के तहत आने वाले दिनों में पेट्रोल पंप की संख्या बढ़ाई जा सकती है। हॉट-स्पाट व बाहरी इलाकों के पेट्रोल पंप पर हो रहे हैं चालान दिल्ली में जिन इलाकों में प्रदूषण अधिक रहता है, उन इलाकों पर विभाग की विशेष रूप से नजर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि यह अभियान अभी पांच जगहों पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर उन पेट्रोल पंप की जानकारी देते हैं तो वहां वाहन चालक जाने से बचेंगे। वह कहते हैं कि यह अभी केवल पायलट प्रोजेक्ट है। इसका असर देखने को मिल रहा है अगर यह सफल हुआ तो अन्य पेट्रोल पंपों पर भी शुरू किया जाएगा। लोगों को जागरूक करना उद्देश्यपरिवहन विभाग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसका मकसद किसी का चालान काटना नहीं है, बल्कि लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करना है। अगर यह जानकारी पहले ही बता देते हैं, तो वाहन चालकों के अंदर भय का माहौल बन जाएगा। इसका मकसद केवल वाहनों चालकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। ऐसे वाहनों के हो रहे चालान पेट्रोल पंप में आने वाले ऐसे वाहनों का चालान किया जा रहा है, जिनसे धुआं निकल रहा है। इन वाहनों की नंबर प्लेटों की तस्वीरों को पेट्रोल पंप के सर्वर के साथ ही दिल्ली परिवहन विभाग के अतिरिक्त सीपीयू में रूट कर दिया जाता है। इसके बाद खुद ही चालान कट जाता है।