ऑर्गेनिक बाजरे को भारतीय और अंतराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने हेतु डीएम की अनोखी पहल
भदोही। डीएम विशाल सिंह के नवोन्मेषी सोच के आधार पर अपने तरह का भदोही में विशेष पहल किया गया। कृषकों के खेत से उपभोक्ता के प्लेट तक कि एक लिंक स्थापित करने हेतु ओर्गानिक क्षेत्र की बड़ी कम्पनी जस्ट ऑर्गेनिक के फाउंडर पंकज अग्रवाल के साथ भदोही के कृषक उत्पादक संगठन (एफ पी ओ) और प्रगतिशील कृषकों की भदोही कलेक्ट्रेट सभागार में 10 दिसम्बर को बैठक आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य ऑर्गेनिक कृषि उत्पादकों और विक्रेताओं को एक मंच उपलब्ध कराना था। इसे भदोही के ओर्गानिक कृषि उत्पादों को भारतीय और अंतरास्ट्रीय स्तर के बाजारों से जोड़ने के प्रयास के रूप में एक पहल कदम के रूप मे देखा जा सकता है। जिलाधिकारी विशाल सिंह द्वारा बताया गया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भदोही के एफ पी ओ और कृषकों को बाजारोन्मुख बनाना है उनको बाजार के माँग की शर्तों से जागरूक कराना है। भदोही के ऑर्गेनिक उत्पाद को डायरेक्ट कम्पनी से जोड़ना जिससे एफ पी ओ और कृषकों को अपने उत्पाद को बाजार में पहुचाने हेतु भटकना ना पड़े और अपने उत्पाद के सर्टीफिकेसन हेतु आने वाली समस्या का समाधान कैसे करना है उसके बारे में बताना है ।कृषकों और उत्पादन संगठनों को उत्पादन और पैकेजिंग में क्या सावधानी रखनी चाहिए से भिज्ञ करना और उनके उत्पाद को उचित मूल्य और आय को वर्ष दर वर्ष कैसे सुनिश्चित किया जाए इस हेतु एक दिशानिर्देश दिलाना है। जस्ट ऑर्गेनिक कंपनी के फाउंडर पंकज अग्रवाल द्वारा बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन हेतु कृषक संगठन और प्रगतिशील कृषको को जागरूक किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत मृदा परिक्षण से की जाती है। ओर्गानिक उत्पाद का अर्थ है कि उत्पादन से लेकर पैकेजिंग तक कि प्रक्रिया रसायन मुक्त होनी चाहिए पूरी प्रक्रिया में यदि कहीं भी रसायन का प्रयोग किया जाता है तो जांच में पूरा उत्पाद फेल हो जाता है। उन्ही ऑर्गेनिक उत्पादों की मांग बाजार में ज्यादा है जो एक समान गुणवत्ता और ग्रेड के होते है इसके लिए आवश्यक है कि अच्छे किस्म के बीज का चयन से किया जाय। उनके द्वारा बताया गया कि वो अपनी कम्पनी हेतु भदोही से ओर्गानिक उत्पाद बाजार के मूल्य से अधिक दर पर लेने को तैयार हैं। साथ ही वो जिले के एफ पी ओ और प्रगतिशील कृषकों को बाजार में अपने उत्पाद लाने में आने वाली समस्याओं को दूर करने और सर्टीफिकेसन में सहयोग देने हेतु भी तैयार है। भदोही में देसी किस्म के बाजरे के उत्पादकों द्वारा अपने उत्पाद को बाजार में उतारने हेतु इच्छा जाहिर की गई। भदोही में ज्यादातर बाजरे का उत्पादन ओर्गानिक और प्राकृतिक खेती की पद्धति के अनुरूप किया जाता है। जस्ट ओर्गानिक कम्पनी के फाउंडर द्वारा भदोही के बाजरे की सैंपलिंग और जांच कराकर बाजार में उतारने के लिए अपने टीम को निर्देशित किया गया। इसके लिए भदोही के एफ पी ओ को सहयोग का वादा भी फाउंडर द्वारा दिया गया। उप कृषि निदेशक भदोही अश्वनी कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा मृदा परीक्षण मुफ्त में किया जाता है और विभाग द्वारा उच्च गुणवत्ता के बीज भी अनुदान पर उपलब्ध है। कृषि विभाग उत्पादन से लेकर बाजार तक कि प्रक्रिया में सहयोग हेतु तटपर है। बैठक में पी जी एस सर्टिफाइड एफ पी ओ जैसे त्रिसागर, माही गुरु जी, औराई नेचुरल फार्मिंग, अभोली फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी जैसे जिले में कार्यरत दस से ज्यादा एफ पी ओ, प्रगतिशील कृषक और कृषि विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे।