मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजनान्तर्गत ऐनीकट निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थलों का टीम द्वारा किया जाये स्थलीय सत्यापन- डी एम
रूफटाॅप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना हो जाने से वर्षा के जल से भूजल होता है रिचार्ज- जिलाधिकारी
सोनभद्र। जिलाधिकारी श्री बी0एन0 सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट के जन सुनवाई कक्ष में जिला स्तरीय तकनीकी समन्वय समिति (टी0सी0सी0) की बैठक हुई। बैठक में अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई खण्ड सोनभद्र द्वारा वित्तीय वर्ष-2024-25 में मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजनान्तर्गत ऐनीकट निर्माण हेतु 193 स्थलों का प्रस्ताव एवं (वर्षा जल संभरण/रिचार्ज की महत्ता के दृष्टिगत शसकीय/अर्धशासकीय भवनों पर रूफटाॅप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना) योजनान्तर्गत 35 स्थलों के प्रस्ताव का विवरण तकनीकी समन्वय समिति की स्वीकृति हेतु प्रेषित किया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता (ल0सिं0) को निर्देशित करते हुए कहा कि, स्वीकृति हेतु पे्रषित कार्यों के विवरण का स्थलीय सत्यापन जनपद स्तरीय अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से किया जाये, सत्यापन के उपरान्त ही कार्यों की स्वीकृति प्रदान की जायेगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि, ऐनीकट निर्माण से सतही जल को नदी/नालों में जाने से रोका जाता है, जिससे ऐनीकट निर्माण स्थल के पास कृषकों को सिंचाई हेतु जल की उपलब्धता रहती है, जिससे भूजल रिचार्ज संभव है, रूफटाॅप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना हो जाने से वर्षा के जल से भूजल रिचार्ज होता है।