सभी विभाग हुए तैयार , 10 अगस्त से घर-घर खिलाई जाएगी फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा
तहसील स्तरीय विभागीय समन्वय बैठक में एसडीएम सदर ने सहयोग के लिए किया अपील
बहराइच l फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है जो एक विशेष प्रकार के मच्छर “क्यूलेक्स” के काटने से एक दूसरे में फैलती है, बीमारी के लक्षणों में हाथ, पैर, महिलाओं के स्तन में सूजन, हाईड्रोसिल, पेशाब में सफ़ेद रंग का पानी आना और सूखी खांसी शामिल हैं। एक बार लक्षण प्रकट होने के बाद इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है लेकिन साल में एक बार लगातार पांच साल तक 5 खुराक दवा सेवन करने से फाइलेरिया से बचा जा सकता है। यह बातें शनिवार को देर शाम एसडीएम सदर की अध्यक्षता में आयोजित फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत तहसील स्तरीय विभागीय समन्वय की बैठक में अर्बन नोडल संचारी रोग डॉ पीके वर्मा ने कही। उन्होंने कहा फाइलेरिया जब होता है तो व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह संक्रमण हो गया है। इसके लक्षण 05- 15 साल बाद जब दिखाई देते हैं तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसके लिए जनपद में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 अगस्त से 3 सितम्बर तक सामूहिक दवा सेवन अभियान (एमडीए)चलाया जाएगा , इसमें 3594 टीमें जनपद की लक्षित 37.63 लाख आबादी को दवा सेवन कराएंगी।
*दो साल से ऊपर सभी को खिलाई जाएगी –चित्तौरा सीएचसी अधीक्षक डॉ तबरेज ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव की दवाएं पूरी तरह सुरक्षित और कारगर हैं। यह दवा दो वर्ष की आयु से छोटे बच्चों , गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी उम्र के लोगों को खिलाई जाएगी। ध्यान रहे यह दवा खाली पेट नहीं खाना है। अभियान के दौरान 1 से 2 वर्ष की आयु के बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा भी खिलाई जाएगी जो बच्चों में होने वाली कृमि रोग का उपचार करता है और बच्चों के विकास में सहायक होता है।
*ऐसे चलेगा अभियान –रिसिया सीएचसी अधीक्षक डॉ प्रत्यूष सिंह ने बताया कि सामूहिक दवा सेवन कराने का अभियान सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रातः 11 बजे से शाम 4 बजे तक चलाया जायेगा। इसमें दो सदस्यों की टीम प्रत्येक कार्य दिवस में घर-घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवाएं खिलाएंगे। छूटे हुए घरों या किसी काम से घर से बाहर गए व्यक्तियों को दोबारा दवा सेवन कराने के लिए बुधवार और शनिवार को पुनः टीम भ्रमण करेगी। इसके आलावा आशा कार्यकर्त्ता का घर डिपो के रूप में स्थापित किया जायेगा ताकि छूटे हुए लोग बाद में आशा कार्यकर्त्ता के घर जाकर उनके सामने दवाओं का सेवन कर सकें। इसकी जानकारी आशा कार्यकर्त्ता अपने क्षेत्र में दवा सेवन कराते समय सभी परिवारों को देगी, किसी भी रूप में दवाओं का वितरण नहीं किया जायेगा । बैठक के अंत में, एसडीएम सदर राकेश कुमार मौर्या ने सभी विभागों से अभियान में सक्रिय सहयोग करने के निर्देश दिए और ग्राम प्रधान और शहरी क्षेत्रों के वार्ड अध्यक्षों से 10 अगस्त को स्वयं दवा सेवन कर अभियान का शुभारंभ करने की अपील की।इस मौके पर सीओसिटी, संबंधित ब्लॉक के बीडीओ, सीएचसी अधीक्षक, सीडीपीओ, ऐडीओ पंचायत,खण्ड शिक्षा अधिकारी, कृषि अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, खाद्य निरीक्षक फायलेरिया इंस्पेक्टर, सहित पीसीआई संस्था के डिस्ट्रिक्ट मोबिलाइजेशन कोऑर्डिनेटर सहित करीब 40 लोग उपस्थित रहे।