सम्भल। चौथी मोहर्रम को हबीब इब्ने मजाहिर की शहादत के शोक में शबीहे ताबूत बरामद किया गया इस मौके पर अजॉदारो ने मातम व नोहाख्वानी की नूरियो सराय के इमामबाडा बाबूलहावाईज में मजलिस की गयी जिसको मौलाना शही हसन काजमी ने खिताब करते हुए कहा कि मजलिस मे फर्श ए अजॉ पर बैठने वालो के लिए जन्नत की राहा आसान हो जाती हैं क्योकि इस फर्श ए अजॉ पर मजलूमे कर्बला हजरत इमाम हुसैन की मॉ फातिमा जहरा भी तशरीफ़ लाती हैं और हजरत इमाम हुसैन की शहादत को सुनकर रोने वालो को दुआ देती है मौलाना ने कहा कि कर्बला के मैदान मे पैगंबर ए इस्लाम के परिवारजनो को तीन दिन भूखा प्यासा कत्ल कर दिया गया था इन में 90 साल के हबीब इब्ने मजहिर भी थे इमाम हुसैन ने करबला में अपने को जालिमो से घिरा देखकर अपने बचपन के दोस्त हबीब को खत लिखकर कर्बला अपनी सहायता के लिए बुलाया था और हबीब ने इमाम हुसैन की खिदमत में आ कर जालिमो के साथ जंग लडते हुए कुरबानी पेश कर जामे शहादत पिया बाद मजलिस के शबीहे ताबूत बरामद किया गया जिसमें अजॉदारो ने मातम व नोहा ख्वानी करते हुए कहा हबीब जल्द चलो कर्बला बुलाती है ! इस के आलावा दिन भर मजलिसो का दौर जारी रहा मजलिस मे शमाईम रजा रहबर हुसैन मसूद मिया नईम हसन अली अब्बास काजिम हुसैन सलीम मेहदी नैय्यर अब्बास आदि मौजूद रहे।