अधिवक्ता हमले मामले में पुलिस की लापरवाही अधिवक्ताओं मेंआक्रोश
मैंनपुरी। जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा नेता शुभम् सिंह जाटव और उसके साथियों द्वारा घर जा रहे अधिवक्ता पर जानलेवा हमला के मामले में पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने से अधिवक्ताओं में आक्रोश है। घटना के दो दिन बाद भी पुलिस द्वारा नामजदों के खिलाफ मामला दर्ज नही किया गया है। रविवार की सायं अधिवक्ता विकास कुलश्रेष्ठ पर हुये जानलेवा हमले की घटना पर भारतीय किसान युनियन लोक शक्ति ने रोष व्यक्त किया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग गुप्ता उर्फ लालबेटा के नेतृत्व में किसान नेता पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करने कलेक्ट्रेट पहुंचे। गोल्डी गौतम ने बताया कीनगर के मोहल्ला छपट्टी निवासी अधिवक्ता विकास कुलश्रेष्ठ पुत्र राजीव कुलश्रेष्ठ एड0 गत 31 जून को रात्रि करीब 9.30 बजे अपने चैंबर से घर जा रहे थे। तभी वंशी गौहरा में जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा नेता शुभम् सिंह जाटव और उसके साथी अनुज यादव उर्फ डब्बू तथा राकेश बाथम निवासी वंशी गौहरा सहित अज्ञात लोगों ने विकास को घेरकर उस पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में विकास पर धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे अधिवक्ता को गंभीर चोटे आयी। पीड़ित के पिता द्वारा थाना कोतवाली में नामजदों और अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की तहरीर दी गई, लेकिन घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नही की है।अधिवक्ता पर हमले की एफआईआर दर्ज न होने से नाराज भारतीय किसान युनियन लोक शक्ति के प्रदेशाध्यक्ष अनुराग गुप्ता ने रोष व्यक्त करते हुये पुलिस ने हमलावारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है। इस दौरान जिलाध्यक्ष पवन सक्सेना, अधिवक्ता अशोक गुप्ता, राजीव कुलश्रेष्ठ, मीरा सक्सेना, राखी सैनी, पुष्पा राघव, मोनिका, कन्हैया कुलश्रेष्ठ, सेठा राजपूत, शिवम पंडित, रोहित पंडित, संजीव यादव, सूर्यदेव, लोकप्रताप, मैराज आलम, प्रशांत पाण्डेय, अजीत पाण्डेय, विजय गुप्ता आदि सैंकडों किसान मौजूद रहे।