पंचम दिवस श्रीराम कथा की रसधार से ओत प्रोत हुए कांधलावासी
कांधला, गुरूवार को नगर के कैराना मार्ग स्थित माता वैष्णो देवी मन्दिर के प्रागण में आयोजित श्रीराम कथा के पंचम दिवस केदारनाथ धाम उत्तराखण्ड से पधारे कथा व्यास ब्रजमोहन सेमवाल ने भगवान श्रीराम चन्द्र माता सीता के स्वंयवर की सुन्दर कथा का रसपान कराया। उन्होने कहा कि रामकथा के श्रवण से मन के राग, द्वेष, ईर्ष्या, और भेदभाव स्वतः समाप्त हो जाते हैं। यह मन को शांत कर हिंसक भावनाओं का रोकती है। राम नाम की महिमा बतलाते हुए कहा कि राम का नाम अनमोल है, यदि पापी भी राम का नाम लेता है तो उसे सदगति मिल जाती है। जिसके ह्दय में प्रभु के प्रति भाव जागते हैं, जिस पर हरि कृपा होती है। वह मनुष्य ही प्रभु की कथा में शामिल होता है। श्रीराम कथा का मनोयोग से श्रवण कर उसके उपदेश को जीवन में उतारें। तभी कथा की सार्थकता है। मन व ध्यान की एकाग्रता से हर कार्य में सफलता मिलती है। भगवान का आगमन सदैव धर्म की रक्षा के लिए हुआ है। रामायण हमें समाज के संस्कार, अच्छे-बुरे की पहचान सिखाती है। सच्ची भक्ति से ही भगवान की प्राप्ति की जा सकती है। कथा के समापन पर आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। नौकुण्डीय महायज्ञ में सुबह से लेकर शाम तक घी और सामग्री की आहूति डाली गई। श्रद्धालुओं ने यज्ञ शाला की परिक्रमा की। इस दौरान पंड़ित शशि भूषण शर्मा, सजीव कुमार सैनी, ब्रजमोहन शर्मा, राजीव शर्मा, डॉक्टर रामकुमार शर्मा सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।
परिचय- कांधला में कथा सुनाते महाराज श्री और मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं की भीड़