भाकियू टिकैत की कैम्प कार्यालय पर हुई मासिक पंचायत में गन्ना भुगतान समेत कई मुद्दे उठे
भकियू टिकैत की 3 घण्टे पंचायत चलने के बाद नायब तहसीलदार वेद प्रकाश सोनी को ज्ञापन दिया गया
हापुड़
भाकियू (टिकैत) स्थित कैम्प कार्यालय पर मासिक पंचायत की गई। जिसमें अध्यक्षता सुभाष शर्मा और संचालन सिंभावली ब्लॉक अध्यक्ष मुनव्वर अली द्वारा किया गया है।पंचायत के दौरान किसानों का शुगर मिल पर बकाया गन्ना भुगतान और मजदूरों समेत अन्य कई समस्याओं पर चर्चा की गई और 3 बजे तहसील पर पहुंच कर नायब तहसीलदार वेद प्रकाश सोनी किसानों की मांग का ज्ञापन दिया गया। पंचायत के दौरान मंडल उपाध्यक्ष शब्बू चौधरी ने पदाधिकारियों से कहा कि आगामी इलाहाबाद में होने वाले गंगा स्नान पर तीन दिवसीय शिविर में चलने के लिए तैयारी करें और एक जूट होकर चलना बेहद ज़रूरी हैजिला प्रवक्ता कुँवर खुशनूद ने कहा कि संगठन में हम लोगों को मजबूती करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होग मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी और मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के कई बार घोषणा करने के बावजूद भी आज तक आवारा गोवंश पशु किसानों की फस उजाड़ रहे हैं जिस पर कोई कार्यवाही अधिकारियों द्वारा नहीं हो पाई है जो होना बेहद जरूरी ताकि किसानों की फसल सुरक्षित रह पाए। जिला अध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा बाकी किसानों का बकाया गन्ना भुगतान शुगर मिल एवं बृजनाथपुर मिल पर कई वर्षों से अत्यधिक चल रहा है प्रत्येक वर्ष गन्ना भुगतान देने में असमर्थ होता जा रहा है जिसके खिलाफ जबरदस्त उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा इसके साथ ही केंद्र परिवहन मंत्री माननीय नितिन गडकरी के कथना अनुसार हापुड़ में 60 किलोमीटर के दायरे में टोल टैक्स नहीं होना चाहिए उन्हें भी स्थानांतरित किया जाना चाहिए।*मासिक पंचायत में सहारा, श्याम सुंदर त्यागी,जिला संरक्षक पीके वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी अमजद खान, अनिल त्यागी आरिफ़ अली, जिला सचिव जितेंद्र यादव, जिला सचिव नरेंद्र त्यागी श्याम सुंदर त्यागी, धौलाना ब्लॉक अध्यक्ष सुंदर सिंह, जगबीर सिंह चौहान,प्रधान विजेंद्र सिंह, सुनील त्यागी, बृजपाल सिंह, सुदेश पाल, प्रदीप चौधरी, नौशाद खान, अनवर मलिक, मोहनलाल, बाबूराम शर्मा, इकराम खान, कपिल, खेमचंद, नफीस अहमद, आजाद तोमर फ्राहिम चौधरी, मनोज कुमार, नितिन, शहाबुद्दीन साजिद खान, हाजी नासिर खान, गजेंद्र सिंह, सुशील त्यागी, शमशाद खान, विनोद त्यागी, महेश चंद आदि किसान रहें मौजूद।