47 लाख की लूट: 15 दिन पहले दो कारोबारियों के दफ्तरों की रेकी, कर्ज चुकाने के लिए प्लानिंग; बेटी के बर्थ-डे…
दिल्ली-एनसीआर
दिल्ली में घड़ी कारोबारी के दफ्तर में 47 लाख रुपये की लूट के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। वारदात से 15 दिन पूर्व उसने संजय से न्यू लाजपत राय मार्केट के दो कारोबारियों के दफ्तर की रेकी करवाई थी। यहां तक यह भी बताया था कि कैसे दफ्तर में दाखिल होना है और क्या कहना है। उत्तरी दिल्ली के कोतवाली स्थित न्यू लाजपत राय मार्केट में घड़ी कारोबारी के दफ्तर में 47 लाख रुपये की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी तुषार की सूचना पर ही संजय दत्त ने वारदात को अंजाम दिया। वारदात से 15 दिन पूर्व उसने संजय से न्यू लाजपत राय मार्केट के दो कारोबारियों के दफ्तर की रेकी करवाई थी। यहां तक यह भी बताया था कि कैसे दफ्तर में दाखिल होना है और क्या कहना है। आरोपियों ने लूट के लिए पिस्टल का इंतजाम करना शुरू किया, लेकिन पिस्टल नहीं मिली। एयरगन को ही पिस्टल के रूप में इस्तेमाल करने का फैसला किया गया। मौका लगते ही वारदात को अंजाम दे दिया गया। m पूछताछ में तुषार ने बताया कि उसके क्रेडिट कार्ड का ढाई लाख, दोस्तों के तीन लाख के अलावा बैंक का कुछ कर्ज था। लूट की रकम से सबसे पहले उसने इन कर्ज को चुका दिया। मामले की जांच कर रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तुषार और संजय दत्त शाहदरा इलाके में रहते हैं। दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते हैं। संजय ने अपने भाई के साथ लूट की साजिश रची। पुलिस से बचने के सारे इंतजाम किए गए। घटना स्थल पर आने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया गया। वारदात के बाद आरोपी ई-रिक्शा से आईएसबीटी पहुंचे। रास्ते में इन लोगों ने कपड़े भी बदल लिए। बाद में मेट्रो से सीलमपुर स्टेशन पहुंचे, वहां पार्किंग में खड़ी स्कूटी उठाने के बाद दोनों शाहदरा अपने घर पहुंचे। बाद में रुपयों का बंटवारा कर अलग-अलग दिशा में फरार हो गए। पुलिस ने 500 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की। इसमें सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए कैमरों ने बहुत मदद की। पुलिस सीलमपुर मेट्रो की पार्किंग तक पहुंची। वहां स्कूटी के नंबर की पड़ताल की तो वह संजय के भाई दीपक के नाम पर मिली। उसकी मदद से पुलिस ने आरोपी संजय और दीपक की पहचान कर ली। बेटी के जन्मदिन पर भी आरोपी नहीं पहुंचा अपने घर वारदात के समय आरोपियों ने किसी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया था। पुलिस ने आरोपियों का नंबर जुटाकर उनकी पड़ताल की। शुरुआत में आरोपी संजय की लोकेशन वृंदावन, कोसी, मथुरा, आगरा की मिली। कई अलग-अलग टीमों को रवाना कर दिया। इसके बाद कभी हरियाणा, पंजाब तो कभी हिमाचल प्रदेश की मिली। 18 नवंबर को आरोपी की बेटी का जन्मदिन था। पुलिस को पूरी उम्मीद थी कि वह बेटी से मिलने आएगा या घर कॉल करेगा। पुलिस ने पूरा इंतजाम कर जाल भी बिछा दिया, लेकिन आरोपी पुलिस के जाल में नहीं फंसा और दोबारा पंजाब की ओर चला गया। टोल और पार्किंग में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की पड़ताल करते हुए पुलिस को आरोपी की लोकेशन लुधियाना के एक होटल की मिली। उसके आधार पर पुलिस ने छापा मारकर आरोपी को दबोच लिया। बाद में दिल्ली लाकर उससे पूछताछ के बाद तुषार को गिरफ्तार कर लूटा गया माल भी बरामद कर लिया गया। अब दीपक की तलाश की जा रही है। कई टीमें उसकी तलाश कर रही हैं। लूट की बाकी रकम उसकी गिरफ्तारी के बाद बरामद होगी