अलीगढ़/छर्रा/विकास खंड गंगीरी मैं विकास कार्यों की खुलने लगी पोल कचरा से कंचन केंद्र एक साल मे ही चटककर दरारें पड़ी
मनोज शर्मा
अलीगढ भारत सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पानी से सभी ज्यादा पैसा बहाया उद्देश्य था की मेरा भारत स्वच्छ साफ हो चारो तरफ हरियाली हो गांव शहर खेत खलियान नदी तालाब पोहरे किए भी साफ हो गांव की सड़के गलियां साफ सुथरी हो इस उद्देश्य से अनेकों जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन भारत सरकार राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है पूर्ववर्ती सरकार की यह बात सभी के सामने देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे राजनेताओं ने स्वीकार की कि केंद्र सरकार एक रुपया भेजती है तो गांव तक अथवा अंतिम स्थान तक दश पैसे ही पहुंचते है देश में फैली गंदगी को दूर करने के लिए देश मैं बदलाव की बयार चली और सत्ता परिवर्तन भी हुआ लेकिन कोई बदलाव दिखाई नही दे रहा है सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन योनांतर्गत गांवों मैं कचरा से कंचन केंद्र कनवाए अभी एक साल भी नही हुआ को ऐसी दरारें पड़ी की गांवों की जनता खुलकर बोलने को मजबूर है कचरा से कंचन केंद्र पर गांव से कूड़ा उठाकर केंद्र पर लेजाए तो गली मुहल्ले साथ सुथरी दिखे और कचरा से कंचन बनानी की योजना है लेकिन सरकार के नुमाइदो ने गुणवत्ता विहीन केंद्र बनाकर सब पोल खोल दी है जब अधिकारी गांव गांव घूम रहे है तो पब्लिक अधिकारियों को सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यों को दिखाते हुए कह रहे है पीला ईट से कचरा केंद्र बना दिए है जो चटक गए है विकास खंड गंगीरी के गांव टडोली भमोरी बुजुर्ग,अभयपुर ,वहलोलपुर,बाइकला ,आदि दर्जनों गांवों मैं कचरा से कंचन केंद्र चटक रहे है जो कि सरकार की मंशा को जरूर धोखा दे रहे है खंड विकास अधिकारी गंगीरी को फोन किया लेकिन फोन नहीं उठ पाया